हर क्लिक पर 5 रु. देने का वादा करके लूटे 37 अरब, ये है ठगी की पूरी कहानी

मेहनत कम और पैसे ज्यादा, थोड़े निवेश में बड़े फायदे का वादा, 37 अरब की लूट का कुछ ऐसा ही मामला है. नोएडा में एक ठग कंपनी को पकड़ा गया जिसने सोशल ट्रेडिंग का झांसा देकर लोगों से लगभग 37 अरब रुपये ठग लिए.

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हर क्लिक पर 5 रु. देने का वादा करके लूटे 37 अरब, ये है ठगी की पूरी कहानी

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  • February 3, 2017 12:39 pm Asia/KolkataIST, Updated 8 years ago
नई दिल्ली : मेहनत कम और पैसे ज्यादा, थोड़े निवेश में बड़े फायदे का वादा, 37 अरब की लूट का कुछ ऐसा ही मामला है. नोएडा में एक ठग कंपनी को पकड़ा गया जिसने सोशल ट्रेडिंग का झांसा देकर लोगों से लगभग 37 अरब रुपये ठग लिए. इस ठगी के शिकार लोग जब पुलिस के पास पहुंचे, तो जांच के बाद कंपनी की सारी पोल खुल गई. 
 
ये कंपनी लोगों को कुछ रकम जमा कराने के बदले अलग-अलग वेबसाइट्स के लिंक्स देती थी. हर लिंक पर क्लिक करने पर उन्हें पांच रुपये देने का वादा किया जाता था. कंपनी के इस झांसे में कई लोग फंस गए. कंपनी का जाल बहुत तेजी से फैलने लगा. शुरुआती दौर में कंपनी कई लोगों को पैसे दिए भी लेकिन कारोबार बढ़ने के बाद कुछ लोगों को लिंक्स पर क्लिक करने के बावजूद पैसे मिलने बंद हो गए. 
 
सेलिब्रिटीज का इस्तेमाल
फिर इन लोगों ने पुलिस में कंपनी की शिकायत की और यूपी एसटीएफ की जांच में इस ठगी का पर्दाफाश हो गया. इस पूरी ठगी के पीछे छुपे जो चेहरे सामने आए ​उनमें अनुभव मित्तल (बीटेक), श्रीधर प्रसाद (एमबीए) और महेश दयाल (ग्रेजुएट) का नाम शामिल है. इन लोगों ने अपनी योग्यता का इस्तेमाल ठगी के लिए किया और लोगों को भरोसा दिलाने के लिए हर तरीका अपनाया.
 
पुलिस की मानें तो आरोपियों ने लोगों को झांसे में लेने के लिए सनी लियोनी और अमीषा पटेल जैसी सेलि​ब्रिटीज का भी इस्तेमाल किया. हालांकि, पोल खुलने के बाद पुलिस ने कंपनी चलाने वालों को गिरफ्तार कर लिया है. लेकिन, जिन लोगों ने निवेश किया है, उनका पैसा कौन लौटाएगा इसका जवाब किसी के पास नहीं है. 
 
कैसे हुई ठगी की शुरुआत 
इस ठगी की शुरुआत अनुभव मित्तल ने की थी. उन्होंने साल 2010 में अपने हॉस्टल के कमरे से ही इस कंपनी की शुरुआत की थी. लेकिन, तब कंपनी की पहचान बहुत छोटी थी. धीरे-धीरे कंपनी का ये आइडिया लोगों तक पहुंचता गया और निवेश बढ़ता गया. फिर कंपनी ने सेक्टर 63 में सोशल ट्रेड डॉट बिज के नाम काम शुरू किया. 
 
ये लोग पकड़े जाने के डर से कंपनी का नाम भी बार-बार बदलते रहे. अचानक ही कंपनी का नाम सोशल ट्रेड डॉट बिज से फ्रीहब डॉट कॉम हो गया. इसके बाद इंटमार्ट डॉट कॉम, फिर ​फ्रेंजअप डॉट कॉम और फिर थ्री डब्ल्यू डॉट कॉम हो गया. कंपनी ने फिर से अपना नाम बदल कर अब्लेज इंफो सॉल्यूशंस रख लिया था. 
 
ये कंपनी लोगों को ​अपने दिए गए लिंक्स पर हर क्लिक के लिए पांच रुपये देने का वादा करती थी. कंपनी पहले कुछ रकम जमा करा लेती थी और फिर हर दिन के हिसाब से कुछ लिंक भेजा करती थी. अपने नीचे लोगों की चैन बनाने पर लिंक बढ़ाए भी जाते थे. कंपनी का कहना था कि वह लिंक्स देने वाले अपने क्लाइंट्स के प्रचार का काम करती है. कंपनी लोगों को बैठे-बैठे अमीर बनने का झांसा देती थी. 
 
कितने पैसे लेती थी 
लोगों को कंपनी के साथ काम शुरू करने के लिए एक तय रकम जमा करानी होती थी. इसके अलग-अलग प्लान थे. ये रकम 5750 रुपये, 11500 रुपये, 28750 रुपये और 57500 रुपये तक होती थी. इसके बाद लिंक पर क्लिक करने पर पैसे आपके बैंक खाते में आ जाते थे. अलग-अलग प्लान के अनुसार 10, 20, 50 और 125 लाइक्स तक भेजे जाते थे. 
 
इस तरह रोजाना लोगों को 50, 100, 250 और 625 रुपये तक मिलते थे. ढाई से तीन महीनों तक कंपनी उनकी ही रकम से उन्हें पैसे देते थी. इसके बाद ही लोगों को फायदा होना शुरू होता था. लेकिन, लोगों को सालाना आय का आंकड़ा दिखाकर आकर्षित किया जाता था. लोगों की ये भी शिकायत है कि उन्हें मिलने वाले कई लिंक्स भी गलत होते थे.
 
वहीं, अनुभव मित्तल के कई राजनेताओं के साथ भी संबंध सामने आए हैं. कुछ कंद्रीय मंत्रियों के साथ उसने तस्वीरें खिंचवा रखी हैं. अनुभव मित्तल ने गिरफ्तारी के बाद एक वीडियो जारी किया है, जिसमें उसने कहा है कि वह कुछ दिनों में बाहर आ जाएगा. 

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