Shardiya Navratri 2018: इस वजह से नवरात्रि में बोते हैं जौ, जानिए क्या है महत्व

Shardiya Navratri 2018: अश्विन मास के शुक्ल पक्ष में शारदीय नवरात्रि मनाए जाते हैं. जहां घट स्थापना व मां दुर्गा की चौकी सजाने का खास महत्व होता है. अगर आप नहीं जानते कि आखिर क्यों जौ बोते हैं तो आज जान लीजिए.

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Shardiya Navratri 2018: इस वजह से नवरात्रि में बोते हैं जौ, जानिए क्या है महत्व

Aanchal Pandey

  • October 9, 2018 10:48 pm Asia/KolkataIST, Updated 6 years ago

नई दिल्ली. Shardiya Navratri 2018: अश्विन मास के शुक्ल पक्ष में शारदीय नवरात्रि का त्यौहार मनाया जाता है. हर नवरात्रि 2018 में शुभ मुहूर्त के अनुसार पूजा पाठ किया जाता है और नौ दिन तक मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा की जाती है. नवरात्रि में घट स्थापना और जौ बोने का खास महत्व है. नवरात्र में मां दुर्गा की प्रतिमा के सामने गेहूं व जौ को मिट्टी के पात्र में बोया जाता है. जिसे नौ दिन तक जल डाल कर बढ़ा किया जाता है और इसका पूजन किया जाता है. अगर आप नहीं जानते कि आखिर क्यों जौ बोते हैं तो आज जान लीजिए.

इस वजह से बोते है जौ
हिंदू परंपरा के अनुसार मां दुर्गा की प्रिय चीजों में से एक होती है ये जौ. जौ बोने का उद्देश्य यह है कि ऐसा माना जाता है कि सृष्टि की शुरुआत में सबसे पहली फसल जौ की ही थी. भारत खुद कृषि प्रधान देश है. हिंदू धर्म में फसलों को पूजा जाता है. साथ ही जौ बोने का मुख्य कारण है कि अन्न ब्रह्मा है इसलिए अन्न का सम्मान करना चाहिए.

इतना ही नहीं जौ के बोने के साथ साथ इसके बढ़ने का भी खास महत्व है. जितने अच्छे से ये जौ बढ़ते हैं. इसका प्रतीक परिवार की सुख समृद्धि होता है. वहीं अगर जौ नहीं बढ़ती तो माना जाता है कि यह अशुभ रहता है. साथ ही नियम है कि जिस घर में जौ बोई जाए तो उस घर में व मंदिर वाले कमरे में लहसुन प्याज वाला खाना लेकर नहीं जाना चाहिए. साथ ही घर में मदिरा आदि का सेवन नहीं करना चाहिए.

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