Pakistan Economic Crisis: पाकिस्तान आर्थिक स्तर पर बुरे हालातों से गुजर रहा है. ऐसेे में सोमवार को पाक प्रधाममंत्री इमरान खान ने अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) से बेल आउट पैकेज लेने का ऐलान किया है. हालांकि वे पहले इस तरह की मदद का विरोध करते रहे हैं.
नई दिल्ली. बुरी आर्थिक स्थिति से गुजर रहा पाकिस्तान देश के अंदर बढ़ते भुगतान संतुलन संकट से निपटने के लिए अब अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) से मदद लेने पहुंचेगा. पाकिस्तान ने सोमवार को अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) से बेलआउट पैकेज मांगने की घोषणा की है. दूसरी ओर अमेरिका की ओर से आईएमएफ को बेलआउट पैकेज को लेकर चेतावनी दी गई है. आईएमएफ से मदद को लेकर काफी समय तक हिचकिचाने के बाद पाकिस्तान ने ये फैसला लिया है.
बेलआउट पैकेज की मांग का फैसला पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान का है. हालांकि प्रधानमंत्री पद संभालने से पहले वे राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था को सहायता पहुंचाने के लिए ऐसे फैसलों का विरोध करते रहे हैं. पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने कहा है कि आर्थिक मदद को लेकर प्रधानमंत्री के साथ बातचीत और विचार विमर्श के बाद ही फैसले को मंजूरी देकर अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के साथ किसी तरह की बातचीत की जाएगी. गौरतलब है कि अगर इस फैसले के तहत एक बार फिर पाकिस्तान आईएमएफ की शरण लेता है तो ये उसका अब तक का 13वां बेलआउट पैकेज होगा. वैसे आईएमएफ के अलावा पाकिस्तान के पास चीन से कर्ज लेने का विकल्प भी अभी बाकी है.
पाक के बेलआउट पैकेज न देने के लिए अमेरिका ने पहले ही आईएमएफ को आंख दिखा दी है. अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने आईएमएफ को चेताते हुए कहा है कि बेलआउट के जरिए मिलनेवाली सहायता का प्रयोग पाकिस्तान चीन से लिए कर्ज चुकाने में कर सकता है.
सुरक्षा में बड़ी सेंध, पाकिस्तान को जानकारी लीक कर रहा ISI एजेंट ब्रह्मोस नागपुर यूनिट से गिरफ्तार
राफेल की कीमत सार्वजनिक करने की मांग को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर, 10 अक्टूबर को सुनवाई