कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की एक फोटो इन दिनों सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रही है. राहुल गांधी इसमें एक महिला की आंखों में देखते हुए उसका हाथ पकड़े हुए हैं. इसे लेकर ट्रॉलर्स राहुल गांधी पर जमकर हमला बोले हुए हैं मगर इस फोटो की सच्चाई कुछ और ही है.
नई दिल्लीः कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की इन दिनों एक फोटो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है. इसमें वह मंच पर एक महिला की आंखों में आखें डाले उसका हाथ थामे खड़े हैं. महिला का चेहरा दिखाई नहीं दे रहा है. लोग तरह-तरह के कमेंट करते हुए राहुल गांधी को घेरे हुए हैं. कुल मिलाकर ट्रॉलर्स को राहुल गांधी पर निशाना साधने का एक और मौका मिल गया. अगर आप इस फोटो की दूसरी साइड से वाकिफ होंगे तो शायद ही आप राहुल गांधी का मजाक उड़ा पाएं.
मामला मध्य प्रदेश के मुरैना का है. 6 अक्टूबर को यहां राहुल गांधी की अगुवाई में कांग्रेस की जन आंदोलन रैली आयोजित की गई थी. रैली में एकता परिषद के लोग भी पहुंचे थे. एकता परिषद आदिवासियों के लिए काम करने वाले एक संगठन का नाम है. यह संगठन कई वर्षों से आदिवासियों के जनसरोकार से जुड़ी मांगें जन आंदोलन के जरिए उठाता रहा है. भूमि सुधार के मुद्दे पर संगठन से जुड़े लोगों को मंच पर बुलाया गया था. मंच पर संगठन की दो महिला कार्यकर्ताओं (सागोबाई और श्रद्धा बहन) को भी बुलाया गया था. हाथ पकड़कर फोटो खिंचाने के दौरान किसी फोटोग्राफर ने इस तस्वीर को अपने कैमरे में कैद कर लिया और हो गई फोटो वायरल.
बताते चलें कि एकता परिषद ने साल 2012 में ग्वालियर से दिल्ली तक जनसत्याग्रह यात्रा निकाली थी. यात्रा का मकसद आदिवासियों से जुड़ी 10 मांगें थीं. हजारों आदिवासी 27 दिन बाद दिल्ली पहुंचे थे. तत्कालीन यूपीए सरकार ने उनकी चार मांगें मान ली थीं. यहां ये बताना जरूरी है कि भारी संख्या में लोगों से भरी परिषद की यात्राओं में कभी भी हिंसा की घटनाएं सामने नहीं आई हैं. राहुल गांधी ने एकता परिषद के नेताओं से वादा किया है कि सत्ता में आने के बाद उनकी सभी मांगों को पूरा किया जाएगा. फिलहाल राहुल गांधी को लेकर इस फोटो के जरिए उनका मजाक बनाने वाली खबरों पर यहीं विराम लग जाता है क्योंकि यह पूरी तरह से दावे से उलट निकली है.
ऐसा पहली बार नहीं है कि राहुल गांधी की किसी लड़की के साथ तस्वीर पर सोशल मीडिया यूजर्स ने चुटकी ली हो. इससे पहले गुजरात विधानसभा चुनाव के दौरान राहुल गांधी के साथ सेल्फी लेने वाली लड़की की फोटो भी सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुई थी. इसको लेकर भी यूजर्स ने राहुल गांधी पर तरह-तरह के सवाल खड़े किए थे. दरअसल इसकी एक वजह राहुल गांधी का बैचलर होना है और दूसरी वजह यह है कि राहुल ने कभी सार्वजनिक जीवन में यह नहीं कहा है कि उनका कोई साथी (गर्लफ्रेंड या पत्नी) है. दूसरी ओर 2014 में पीएम मोदी ने नामांकन के दौरान पहली बार इस बात को कबूला था कि जशोदाबेन उनकी पत्नी हैं. इससे पहले वह हमेशा इस रिश्ते पर चुप्पी लगाते हुए आए थे. बहरहाल नरेंद्र मोदी हों या राहुल गांधी, सोशल मीडिया यूजर्स को अगर तंज कसने का मौका मिल जाए तो वह किसी को नहीं बख्शते हैं.
VIDEO: जबलपुर में रोड शो के दौरान बाल-बाल बचे राहुल गांधी, गुब्बारों में लगी आग