‘अनारकली ऑफ आरा’ नए क्लेवर और फ्लेवर में एक औरत के संघर्ष की कहानी

इंसान की जिद के आगे दुनिया झुक सकती है. जरुरत होती है बस लगे रहने की. ये साबित कर दिया पूर्व पत्रकार अविनाश दास ने. अविनाश दास को प्रिंट और टीवी मीडिया में सत्रह साल का अनुभव है. इनकी पहली फिल्म आ रही है अनारकली ऑफ आरा.

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‘अनारकली ऑफ आरा’ नए क्लेवर और फ्लेवर में एक औरत के संघर्ष की कहानी

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  • January 31, 2017 11:36 am Asia/KolkataIST, Updated 8 years ago
पटना. इंसान की जिद के आगे दुनिया झुक सकती है. जरुरत होती है बस लगे रहने की. ये साबित कर दिया पूर्व पत्रकार अविनाश दास ने. अविनाश दास को प्रिंट और टीवी मीडिया में सत्रह साल का अनुभव है. इनकी पहली फिल्म आ रही है अनारकली ऑफ आरा.
 
फिल्म 24 मार्च को देश भर में रीलीज होने वाली है. फिल्म में मुख्य किरदार स्वरा भास्कर ने निभाया है. नील बटे सन्नाटा के बाद स्वरा भास्कर की यह महत्वाकांक्षी सोलो फिल्म है. इसके पहले स्वरा रांझणा, तनु वेड्स मनु जैसी फिल्मों में को स्टार की भूमिका में नजर आ चुकी हैं. अनारकली में स्वरा भास्कर के अलावा संजय मिश्रा, पंकज त्रिपाठी और इश्तियाक़ ख़ान महत्वपूर्ण भूमिकाओं में हैं. 
 
अनारकली ऑफ आरा एक सोशल म्‍यूजिकल ड्रामा है. अनारकली बिहार की राजधानी पटना से चालीस किलोमीटर दूर आरा शहर की एक देसी गायिका है. वो मेलों-ठेलों, शादी-ब्‍याह और स्‍थानीय आयोजनों में गाने गाती है. फिल्‍म एक ऐसी घटना से जुड़ी है, जिसके बाद अनारकली का जीवन एक उजाड़, डर और विस्‍थापन के कोलाज में बदल जाता है. 
 
 
अविनाश ने अपने पत्रकार होने के अनुभव का निचोड़ फिल्म में डाला है. एक अलग तरह की फिल्म बनाने की जद्दोजहद के फेर में उन्होंने एक बड़े मीडिया संस्थान की अपनी नौकरी को छोड़ना बेहतर समझा. उन्होंने आमिर ख़ान की सत्यमेव जयते के लिए भी रिपोर्टिंग की है. अविनाश दास ने ना सिर्फ फिल्म का निर्देशन किया है बल्कि अनारकली की कहानी भी उन्होंने ही लिखी है. फिल्म का अनोखा संगीत रचा है रोहित शर्मा ने. रोहित ने शिप ऑफ थिसियस में भी संगीत दिया था.

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