नई दिल्ली: महाराष्ट्र के लीगल मैट्रोलोजी डिपार्टमेंट ने मुंबई के सात बड़े अस्पतालों के खिलाफ packaged commodity रूल्स के तहत कार्रवाई की है. दरअसल लीगल मैट्रोलोजी डिपार्टमेंट ने इन हस्पतालों पर छापा मार कर ये जानने की कोशिश की क्या यहां जीवन रक्षक सर्गिकल इंस्ट्रूमेंट और दवाइयां एमआरपी पर बेचे जा रहे है या नहीं.
इस छापे के पीछे कई उद्देश्य थे जैसे इम्पोर्टर का नाम और पता पैकेट पर लिखा है या नहीं, कस्टमर केयर नंबर लिखा है या नहीं और इम्पोर्ट करने की तारीख लिखी है या नहीं. लीगल मैट्रोलोजी डिपार्टमेंट के अधिकारियो ने अपनी जांच में पाया कि इन सभी मापदंडो का इन नामचीन अस्पतालों में जम कर माखौल उड़ाया जा रहा है.
लीगल मैट्रोलोजी डिपार्टमेंट ने अपनी जांच में पाया कि कई जीवन रक्षक मेडिकल उपकरण के दाम कई सौ गुना बड़ा कर मरीजो को बेचे जा रहे है. मसलन एंजियोप्लास्टी के लिए इस्तेमाल किये जाने वाला स्टेंट भारत में आयात 9 हज़ार तक में हो जाता है लेकिन इसी की कीमत अस्पतालों में 90 हज़ार से एक लाख 70 हज़ार तक रहती है.
जिन जीवन रक्षक पैकेज्ड कमोडिटी में अस्पताल धांधली करते पकडे गए उसमे बलून डिवाइस, एंजियोग्राफी कैथेडर,फैब्रिक नेचुरल फाइबर,आइवी कैथेडर,गाइड वायर,ब्रेथिक सर्किट, ब्लड कलेक्टर और अन्य कई दूसरे उपकरण भी शामिल है. वहीं लीगल मैट्रोलोजी डिपार्टमेंट ने इन अस्पतालों में मरीज़ो के वजन मापने वाले उपकरणों की वैद्यता की जांच की है.
जांच में पाया गया कि इन मशीनों की हर दो साल में लीगल मैट्रोलोजी डिपार्टमेंट की तरफ से स्टाम्पिंग होनी चाहिए जो की नहीं की गयी थी. दरअसल कई ऐसी बीमारिया है या उनके लक्षण वजन में घटोत्तरी या बढ़ोतरी के ज़रिये पता चलती है. इन अस्पतालों में लीगल मैट्रोलोजी डिपार्टमेंट के नियम का उल्लंघन करने वाली इन्ही मशीनों पर मरीज़ो का वज़न लिया जा रहा था.
लीगल मैट्रोलोजी डिपार्टमेंट ने इन अस्पतालों पर packaged commodity rules के तहत कार्रवाई करने के साथ ही 25 लाख के सामान भी जब्त किए है. जिन अस्पतालों पर कार्रवाई की गयी है उसमें लीलावती अस्पताल, फोर्टिस अस्पताल, कोकिलाबेन हस्पताल, हीरानंदानी अस्पताल, एच एन रिलायंस फाउंडेशन अस्पताल, एशियन हार्ट इंस्टिट्यूट और ग्लोबल अस्पताल शामिल है.