नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी आरएसएस के विजयादशमी कार्यक्रम में मुख्य अतिथि को तौर पर शामिल होंगे. कैलास सत्यार्थी को साल 2014 में शांति का नोबेल पुरस्कार मिला था. कैलाश सत्यार्थी को बच्चों को बाल श्रम से मुक्ति के लिए जाना जाता है. उन्होंने अपने जीवन में हजारों बच्चों को बाल श्रम से मुक्त कराया है.
नई दिल्ली. नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के कार्यक्रम में शामिल होंगे. खबरों के मुताबिक कैलाश सत्यार्थी 18 अक्टूबर को नागपुर के रेशमी बाग मैदान में आयोजित होने वाले आरएसएस के विजयादशमी कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करेंगे. आरएसएस प्रत्येक वर्ष विजयादशमी को अपने स्थापना दिवस के रूप में मनाता है. साल 1925 में विजयादशमी के ही दिन आरएसएस की स्थापना हुई.
विजयादशमी के अवसर पर आरएसएस की तरफ से आयोजित होने वाले कार्यक्रम इससे पहले भी देश की कई जानी-मानी हस्तियां शामिल हो चुकी हैं. जून 2018 में भारत के पुर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के तृतीय वर्ष शिक्षा वर्ग के समापन समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हुए. उस समय कांग्रेस के नेताओं ने आरएसएस के कार्यक्रम में प्रणब मुखर्जी से शामिल न होने की अपील की थी. इसके बावजूद वह आरएसएस के कार्यक्रम में शामिल हुए.
Nobel Prize winner Kailash Satyarthi to attend the Vijayadashmi event of RSS at Reshmibagh Maidan in Nagpur as the Chief Guest, on 18 October. (file pic) pic.twitter.com/BehXtF1V7O
— ANI (@ANI) October 1, 2018
देश के बाल अधिकार कार्यकर्ता कैलाश सत्यार्थी को साल 2014 में पाकिस्तान की मलाला यूसुफजई के साथ शांति का नोबेल पुरस्कार दिया गया. कैलाश सत्यार्थी को बच्चों को बालश्रम से मुक्ति दिलाने के लिए जाना जाता है. वह अब तक 80 हजार से अधिक बच्चों का जीवन बचा चुके हैं. कैलास सत्यार्थी ने साल 1980 में इंजीनियरिंग की नौकरी छोड़कर बाल श्रम के खिलाफ लड़ने का फैसला किया.