उपराष्ट्रपति वेकैंया नायडू ने राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान गोवा के चौथे दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि अंग्रेजी भाषा नहीं बल्कि अंग्रेजी मांइड एक बीमारी है. उपराष्ट्रपति वेकैंया नायडू ने कहा कि हमें इस मानसिकता से बाहर आना चाहिए कि ब्रिटिश महान है अंग्रेजी महान है और हम कुछ नहीं है.
पणजी. राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान गोवा के चौथे दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए उपराष्ट्रपति वेकैंया नायडू ने भाषा पर बात करते हुए कहा कि अंग्रेजी भाषा बीमारी नहीं बल्कि अंग्रेजी दिमाग एक बीमारी हो सकता है. हमें अपने समृद्ध विरासत पर गर्व करना चाहिए. उपराष्ट्रपति वेकैंया ने यह बात इसीलिए दोहराई क्योंकि कुछ दिन पहले कथित तौर पर मीडिया के कुछ हिस्सों ने कहा था कि नायडू ने नई दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा था कि अंग्रेजी एक बीमारी है जिसे अंग्रेज छोड़ कर चले गए.
राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान गोवा के चौथे दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए उपराष्ट्रपति वेकैंया नायडू ने कहा कि अपनी मातृभाषा की रक्षा और गर्व करना चाहिए. वेकैंया नायडू संबोधन में कहा कि एक बार मैंने भाषा को लेकर बात कही थी तब मीडिया के कुछ वर्ग ने लिखा कि मैंने कहा है कि अंग्रेजी एक बीमारी है जबकि मैंने कहा था कि अंग्रेजी भाषा नहीं अंग्रेजी माइंड जरूर एक बीमारी है जो अंग्रेजों की विरासत से हम भारतीयों को मिली है.
उपराष्ट्रपति वेकैंया नायडू ने कहा कि हमें इस मानसिकता से बाहर आना चाहिए कि ब्रिटिश महान है अंग्रेजी महान है और हम कुछ नहीं है. हमें अपनी विरासत, देश के महान नेताओं और अतीत पर गर्व करना चाहिए. भारत पर हुए आक्रमण ने न हमें आर्थिक रूप से बर्बाद किया बल्कि मानसिक रूप से भी बर्बाद कर दिया.