समाजवादी पार्टी (सपा) नेता और पूर्व राज्यसभा सांसद वीरपाल सिंह यादव पर हिंदू देवताओं और कांवड़ियों के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने के आरोप में केस दर्ज हो गया है. पुलिस ने आईपीसी की धारा 295 A, 504 के तहत केस दर्ज किया है. मामले की जांच जारी है.
बरेलीः उत्तर प्रदेश के बरेली में पिछले दिनों मुहर्रम के दौरान दो पक्षों में विवाद हो गया था. इस दौरान समाजवादी पार्टी (सपा) नेता और पूर्व राज्यसभा सांसद वीरपाल सिंह यादव ने हिंदू देवताओं और कांवड़ियों के खिलाफ विवादित बयान दिया था. अब इस मामले में वीरपाल यादव के खिलाफ केस दर्ज हो गया है. वीरपाल यादव का एक वीडियो भी वायरल हुआ था, जिसमें वह कह रहे थे कि वह हमेशा से कांवड़ यात्रा के विरोधी रहे हैं. कांवड़ यात्रा में ज्यादातर लोग शराब और गांजे का नशा करते हुए चलते हैं.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, वीरपाल सिंह यादव ने दो पक्षों के बीच विवाद होने के बाद मुस्लिम इलाकों का दौरा किया था. इस दौरान उन्होंने वहां कहा था कि अब समाजवादी पार्टी को राम के साथ-साथ शंकर से भी लड़ना होगा. बीजेपी इन दोनों को लेकर आगे बढ़ रही है. यादव ने कांवड़ियों पर निशाना साधते हुए कहा कि कांवड़ यात्रा में ज्यादातर लोग नशा करते हुए चलते हैं और हंगामा करते हैं. यादव ने 2010 में हुए दंगों के दौरान गिरफ्तार किए गए मौलाना तौकीर रजा का भी पक्ष लिया.
वीरपाल सिंह यादव ने मुहर्रम के दौरान उपजे विवाद पर कहा कि बीजेपी ने अल्पसंख्यकों को डराने की कोशिश की है लेकिन हमारी पार्टी (सपा) उनके साथ खड़ी है. यादव ने बीजेपी के स्थानीय विधायक राजेश मिश्रा उर्फ पप्पू भरतौल पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह दंगा कराना चाहते हैं. इस मामले में बीजेपी विधायक के खिलाफ भी केस दर्ज किया गया है. पुलिस दोनों पक्षों के आरोपों की जांच कर रही है. बताते चलें कि पुलिस ने इस मामले में दोनों पक्षों के करीब 50 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भी भेज दिया है.