नई दिल्ली : देश की स्टार टेनिस खिलाड़ी सानिया मिर्जा एक बार फिर विवादों में हैं. सानिया कई बार इस्लामिक कट्टरपंथियों की आलोचना का शिकार हो चुकीं हैं और एक फिर वो उनके निशाने पर आ गई हैं. कट्टरपंथियों ने सानिया को बुर्का पहनने की नसीहत दे डाली है.
एक टीवी कार्यक्रम के दौरान मुस्लिम मौलवी
साजिद रशीद ने सानिया के पहनावे को ‘गैर-इस्लामिक’ करार दिया. उन्होंने कहा कि जब खेलों के उसूल ही पर्दे के साथ खेलने की इजाजत नहीं देता तो इस्लाम बिना पर्दे के खेलने की इजाजत कैसे दे सकता है. उनका कहना है कि वो अपनी बेटियों को बेपर्दा नहीं करना चाहते हैं और वो कुश्ती लड़ने के लिए नहीं बनी हैं.
लिबास पहनकर भी नंगे दिखाई देंगे लोग
साजिद रशीदी ने कहा कि मोहम्मद साहब ने 1400 साल पहले कहा था कि एक जमाना आएगा जब लोग लिबास पहनकर भी नंगे दिखाई देंगे. इसका मतलब की लोग चुस्त कपड़े पहनेंगे जिसके बाद भी जिस्म के सारे हिस्से नजर आएंगे. इस्लाम इसको मना करता है. ऐसा लिबास पहनिए जिससे शरीर के हिस्से छिप जाएं.
फिल्म की वजह से समाज में बुराइयां
जब कार्यक्रम में बॉलीवुड फिल्म दंगल का उदाहरण देते हुए पूछा कि दंगल में जो दो बच्चियां भारत का नाम रोशन कर रही थीं तो क्या वो कुछ गलत कर रही थीं? इस पर उन्होंने जवाब दिया कि इस्लाम तो फिल्म के खिलाफ है. आज समाज में जो बुराइयां हैं वो फिल्मों के कारण ही है. जो नंगापन है, वह फिल्मों की वजह से हैं.
बता दें कि हाल ही में भारतीय क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने जब अपनी पत्नी के साथ स्लीवलेस गाउन पहने हुए फोटो सोशल मीडिया पर पोस्ट की तो उनको काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था.