महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भगवान गणेश की प्रतिमाओं के विसर्जन के अवसर पर कह कि गणपति को डीजे या डोल्बी की जरूरत नहीं है. यह केवल हमारे उत्साह के लिए हमारी जरूरत बन गए हैं. उन्होंने कहा डीजे की तुलना में पारंपरिक संगीत यंत्र ज्यादा आनंदायक होते हैं.
मुंबईः महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने गणेशोत्सव के दौरान डीजे और डोल्बी साउंड पर रोक के फैसले को सही ठहराया उन्होंने कहा कि भगवान गणेश को डीजे या ऐसे किसी भी उच्च प्रौद्योगिकी वाले उपकरणों की जरूरत नहीं है. बता दें कि राज्य सरकार के डीजे और डोल्बी ध्वनि प्रणालियों पर रोक लगाने को लेकर कुछ लोगों ने रोष व्यक्त किया है लेकिन बंबई न्यायालय ने इस सप्ताह से शुरू में इस रोक को बरकरार रखा था. सीएम फडणवीस ने मुख्यमंत्री आवास में स्थापित गणेश प्रतिमा के विसर्जन के बाद संवाददाताओं से कहा कि भगवान गणेश को डीजे या डोल्बी की जरूरत नहीं है, यह केवल हमारे उत्साह के लिए हमारी जरूरत बन गए हैं.
फडणवीस ने कहा कि पारंपरिक संगीत यंत्र अधिक आनंदायक होते हैं, अधिक तेज आवाज से ध्वनि प्रदूषण होता है. मेरा मानना है कि धूमधाम कम नहीं होनी चाहिए लेकिन हमें पर्यावरण और परंपराओं के बारे में भी सोेचना चाहिए. फडणवीस ने कहा भगवान गणेश को डीजे या डोल्बी की जरूरत नहीं है यह केवल हमारे उत्साह के लिए हमारी जरूतत बन गए हैं.
उन्होंने कहा कि आयोजनों के धूमधाम को कोई कमी नहीं होनी चाहिए लेकिन हमें पर्यावरण औऱ सालों से चली आ रही परंपराओं के बारे में भी सोचना चाहिए. डीजे के स्थान पर पारंपरिक संगीत यंत्र ज्यादा आनंदायक होते हैं. बता दें कि 11 दिन चले गणपति महोत्सव का कल यानि रविवार को समापन हो गया. लोगों ने धूमधाम से गणपति का विसर्जन किया.
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