महाराष्ट्र के अलीबाग में 42 फुट लंबी एक ब्लू व्हेल बहकर पहुंची और बाद में चोटों के कारण वह मर गई. इस समुद्री जीव का वजन 20 टन था और वह बुधवार को उंची लहरों में बहकर यहां से 20 किलोमीटर दूर रेवदांडा समुद्री तट पर पहुंच गई थी. स्थानीय लोगों ने व्हेल को चोटिल अवस्था में पाया और रायगढ के कलेक्टर कार्यालय और मत्स्य विभाग के अधिकारियों को सूचित किया.
अलीबाग. महाराष्ट्र के अलीबाग में 42 फुट लंबी एक ब्लू व्हेल बहकर पहुंची और बाद में चोटों के कारण वह मर गई. इस समुद्री जीव का वजन 20 टन था और वह बुधवार को उंची लहरों में बहकर यहां से 20 किलोमीटर दूर रेवदांडा समुद्री तट पर पहुंच गई थी. स्थानीय लोगों ने व्हेल को चोटिल अवस्था में पाया और रायगढ के कलेक्टर कार्यालय और मत्स्य विभाग के अधिकारियों को सूचित किया.
अलीबाग क्षेत्र के उप कलेक्टर दीपक क्षीरसागर ने बताया कि जिला प्रशासन, राजस्व और मत्स्य विभाग के अधिकारी जेसीबी मशीन लेकर लाए और उसे पानी में पहुंचाने का प्रयास किया लेकिन नाकाम रहे. बाद में मछली मर गयी. जेसीबी की मदद से समुद्र तट पर गड्ढा खोदकर व्हेल को दफना दिया गया. वन विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक ब्लू व्हेल का आकार बहुत बडा होता है और ऐसी स्थिति में 12 घंटे से ज्यादा तट पर रहे तो उसकी मौत हो जाती है. ब्लू व्हेल को जिंदा रहने के लिये गहरे पानी में रहना जरूरी होता है. ऐसे में तट पर इतना पानी ही नहीं था जिसकी वजह से वो जिंदा रह पाती.