नई दिल्ली : नोटबंदी के बाद से देश की जनता के दो रूप देखने को मिले. इनमें से एक नोटबंदी में हो रही परेशानियों के बाद भी खुश है और दूसरा जो नोटबंदी का विरोध कर रहा है, लेकिन अब तीसरा रूप रिजर्व बैंक के कर्मचारियों का सामने आया है.
नोटबंदी के बाद से आरबीआई कर्मचारियों में काफी नाराजगी देखी जा रही है. अब कार्मचारियों ने अपनी नाराजगी को चिट्ठी के जरिए बयां किया है. उन्होंने आरबीआई गर्वनर
उर्जित पटेल को लिखी चिट्ठी में कहा है कि सरकार का दखल रिजर्व बैंक की स्वायत्ता पर चोट मारने के माफिक है.
दरअसल
नोटबंदी के बाद पैदा हुए हालात से आरबीआई के कर्मचारी अपमानित महसूस कर रहे हैं. इस संबंध में गवर्नर उर्जित पटेल को लिखे गए लेटर में नोटबंदी की प्रक्रिया को लागू करने में हुए मिसमैनेजमेंट और सरकार की तरफ से करंसी को-ऑर्डिनेशन के लिए एक अफसर को अप्वाइंट करने का विरोध किया गया है.
कर्मचारियों का कहना है कि नोटबंदी के बाद मिसमैनेजमेंट से आरबीआई की ऑटोनोमी पर बड़ा असर पड़ा है. चिट्टी में लिखा गया है कि आरबीआई की एक साख बनी हुई थी जिसे नोटबंदी ने एक झटके में बर्बाद कर दिया. इस साख को फिर से बनाने में काफी वक्त लगेगा.
बता दें कि 8 नवंबर को
500 और
1000 के नोट को बंद करने की घोषणा के बाद लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. साथ ही कई जगह आधे छपे नोट भी निकले, वहीं हाल ही में 2000 के नोट से महात्मा गांधी जी की फोटो भी गायब होने का मामला सामने आया है.