नेशनल इलेक्शन सर्वे-2014 और लोकनीति-सीएसडीएस के मूड ऑफ द नेशन सर्वे के पोस्ट पोल सर्वे में कहा गया है कि बीते दो दशक में मुसलमानों का रुझान बीजेपी की तरफ बढ़ रहा है. हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मस्जिद गए थे वहीं संघ प्रमुख ने मुसलमानों को देश के लिए महत्वपूर्ण बताया था.
नई दिल्ली. मुस्लिमों को भारतीय जनता पार्टी का परंपरागत वोट नहीं माना जाता लेकिन बीते एक दशक में बीजेपी ने मुसलमानों को काफी हद तक अपने पाले में कर लिया है. नेशनल इलेक्शन सर्वे-2014 और लोकनीति-सीएसडीएस के मूड ऑफ द नेशन सर्वे के पोस्ट पोल सर्वे में कहा गया है कि 2014 के लोकसभा चुनाव में 10 में से एक मुसलमान ने बीजेपी को वोट दिया था. सर्वे में सामने आया है कि गुजरात, राजस्थान और कर्नाटक में सबसे ज्यादा मुस्लिमों ने बीजेपी को वोट किया था. इन तीनों राज्यों में करीब 15 फीसदी से ज्यादा मुस्लिमों ने बीजेपी को वोट किया था.
1998 से 2014 तक लोकसभा चुनावों के बाद हुए पोस्ट पोल सर्वे और 2017 और 2018 के मूड ऑफ द नेशन सर्वे में सामने आया कि उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, झारखंड, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और आंध्र प्रदेशप्रदेश में 5 से 15 फीसदी मुसलमानों ने बीजेपी को वोट देने की बात स्वीकारी. इसके अलावा केरल, बिहार, जम्मू-कश्मीर, पश्चिम बंगाल और असम में बीजेपी मुसलमानों का 5 फीसदी वोट भी नहीं ले पाई.
इस सर्वे के मुताबिक, 1998 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को 6 फीसदी मुसलमानों ने वोट किया था. जो कि 2018 के मूड ऑफ द नेशन सर्वे में बढ़कर 10 फीसदी हो गया. मुस्लिमों ने 2009 में बीजेपी को सिर्फ 4 फीसदी वोट किया था. इस सर्वे के मुताबिक, 1998 से 2018 के बीच दो दशक में मुसलमानों का रुझान बीजेपी की तरफ करीब 70 फीसदी बढ़ा है.
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