नई दिल्ली. नए सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने कहा है कि अगर जरूरत पड़ी तो ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ जैसी कार्रवाई दोबारा भी की जा सकती है. जनरल रावत ने यह बात दिल्ली में मीडिया से बातचीत में की है. उनके इस बयान पर पाकिस्तान में खलबली मच गई है.
हालांकि अभी तक पाकिस्तान की ओर से प्रतिक्रिया नहीं आई है. वैसे भी अग्नि मिसाइलों के परीक्षण की वजह पाकिस्तान कई अंतरराष्ट्रीय मंचो पर भारत की शिकायत कर रहा है. ऐसे में भारतीय सेना के जनरल का बयान पाकिस्तान के पसीने छुड़ाने के लिए काफी है.
गौरतलब है कि उरी में सेना के हेडक्वार्टर पर हुए आतंकी हमले के बाद भारतीय सेना ने जम्मू-कश्मीर में सीमा पार जाकर सर्जिकल स्ट्राइक की थी जिसमें 40 से 50 आतंकी मारे गए थे. खास बात यह थी कि इस अभियान में सेना के सभी जवान सुरक्षित लौट आए थे.
इस कार्रवाई के बाद दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया और युद्ध जैसे हालात बन गए थे. पाकिस्तान की ओर से शुरू में हमला परमाणु हमला करने की धमकी दी गई लेकिन भारतीय सेना की तैयारियों को देख पाक के हौसले पस्त हो गए.
वहीं उसकी ओर से किसी भी तरह के सर्जिकल स्ट्राइक की भी बात नकार दी गई. लेकिन सैटेलाइट से मिली तस्वीरों और खूफिया विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक पाक सेना ने मारे गए आतंकियों के शवों को तुरंत ही ठिकाने लगा दिया था.
इसी दौरान इस्लामाबाद में आयोजित सार्क सम्मेलन को भी रद्द कर दिया गया. इसे भारत की बड़ी सफलता माना गया था.
जवानों की शिकायत पर बोले जनरल
जनरल बिपिन रावत ने कहा है कि किसी भी जवान को अगर कोई भी समस्या है तो सेना के अंदर बात करें या वह मुझसे सीधे आकर बात कर सकते हैं. उन्होंने कहा शिकायत और सुझाव के लिए सेना के मुख्यालय और कमांड ऑफिसों में बॉक्स भी लगे हैं. उन्होंने कहा कि अगर कोई जवान शिकायत या सुझाव देता है तो उसका नाम सार्वजनिक नहीं किया जाएगा.
देश की धर्मनिरपेक्ष ढांचे को खतरा
जनरल रावत ने कहा कि दुश्मनों ने छद्म युद्ध छेड़ रखा है जिससे देश के धर्मनिरपेक्ष ढांचे को खतरा है. हमें इनका जवाब देना है.