इंडियन नेवी की बढ़ेगी ताकत, दूसरी स्कॉर्पीन क्लास सबमरीन खांदेरी मुंबई में लॉन्च

दुश्मनों से लड़ने के लिए भारत कड़ी तैयारी कर रहा है. इंडियन नेवी अपने स्तर पर दुश्मनों को मजा चखाने के लिए मजबूत हो रही है. अत्याधुनिक तकनीक से बनी कालवरी श्रेणी की दूसरी सबमरीन खांदेरी को गुरुवार को इंडियन नेवी में शामिल कर लिया गया है.

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इंडियन नेवी की बढ़ेगी ताकत, दूसरी स्कॉर्पीन क्लास सबमरीन खांदेरी मुंबई में लॉन्च

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  • January 12, 2017 5:12 am Asia/KolkataIST, Updated 8 years ago
मुंबई : दुश्मनों से लड़ने के लिए भारत कड़ी तैयारी कर रहा है. इंडियन नेवी अपने स्तर पर दुश्मनों को मजा चखाने के लिए मजबूत हो रही है. अत्याधुनिक तकनीक से बनी कालवरी श्रेणी की दूसरी सबमरीन खांदेरी को गुरुवार को इंडियन नेवी में शामिल कर लिया गया है. 
 
मुंबई के मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड (एमडीएल) में इस सबमरीन को लॉन्च किया गया. इस कार्यक्रम की अध्यक्षता केंद्रीय रक्षा राज्यमंत्री सुभाष भामरे ने की. आज सुबह 8 बजे भामरे ने खांदेरी को भारतीय नौसेना को सौंपा. इस मौके पर उन्होंने कहा कि अब वह दिन दूर नहीं है जब भारत दूसरे देशों के लिए सबमरीन बनाएगा. 
 
खांदेरी पर दिसंबर 2017 तक कई तरह के मुश्किल टेस्ट किए जाएंगे. स्कॉर्पीन क्लास सबमरीन बीजली और डीजल से चलती हैं. जंग के लिए मुख्यत इसका इस्तेमाल किया जाता है. खांदेरी में दुश्मनों की नजरों से बचने के लिए स्टील्थ फीचर लगाए गए हैं. इसके साथ ही यह दुश्मन पर प्रीसेशन गाइडेड मिसाइल के जरिए घातक हमला कर सकता है. इसमें पारंपरिक टारपीडो के साथ ही ट्यूब लॉन्च एंटी शिप मिसाइल्स हैं, जो पानी के अंदर या सतह से ही दागी जा सकती हैं.
 
 
बता दें कि भारत उन देशों में शामिल है जो परंपरागत पनडुब्बियों का निर्माण करते हैं. इंडियन नेवी के प्रोजेक्ट 75 के तहत फ्रांस के मैसर्स डीसीएनएस के साथ साझेदारी करके एमडीएल में छह पनडुब्बियां तैयार की जा रही हैं.
 
 
इस साल आठ दिसंबर को भारतीय नौसेना 50 साल पूरे करेगी. साल 1967 आठ दिसंबर को भारतीय नौसेना में पहली पनडुब्बी आईएनएस कालवरी शामिल की गई थी, जिसके बाद से ही हर साल इस दिन को पनडुब्बी दिवस के रूप में मनाया जाता है. 
 

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