नई दिल्ली : निर्भया के माता-पिता ने महिलाओं के साथ छेड़खानी की घटनाओं के बाद
महिला सुरक्षा पर सरकार के प्रयासों पर सवाल उठाया है. उन्होंने कहा कि निर्भया घटना के बाद वादे तो किए गए लेकिन पूरे नहीं हुए.
आज निर्भया के माता-पिता ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर ये बाते कहीं. निर्भया की मां ने कहा कि
बेंगलुरु और मुखर्जी नगर की घटनाओं को देखा. इन घटनाओं को देख कर घुटन हो रही है. निर्भया घटना के बाद कई वादे किए गए लेकिन वो पूरे नहीं हुए.
उन्होंने आगे कहा कि बेंगलुरु घटना को लेकर आवाज उठाई गए लेकिन उससे कुछ खास हासिल नहीं होगा. महिलाओं को लेकर कई बार आपत्तिजनक बयान दिए जाते हैं. अगर महिलाओं को लेकर नेता कोई आपत्तिजनक बयान देते हैं तो उनको पद पर रहने का कोई अधिकार नहीं है.
बुलाया जाए विशेष सत्र
महिला सुरक्षा को लेकर संसद में एक विशेष सत्र बुलाया जाये. मुद्दों पर बात नहीं होती. बल्कि ऐसी घटनाओं में लड़कियों पर ही दोष मढ़ दिया जाता है.
मोदी जी अच्छा काम कर रहे है लेकिन महिलाओं के साथ अपराध पर एक बार भी कुछ नहीं कहा.
भ्रष्टाचार की तरह महिलाओं की सुरक्षा पर भी कदम उठाने की जरूरत है. अभी मैं पीसी कर रही हूँ और उसी समय दिल्ली में किसी महिला पर अत्याचार हो रहा होगा. उन्होंने सवाल किया कि बेंगलुरु और मुखर्जी नगर की घटना में कितने लोगों को गिरफ्तार किया गया. महिलाओं को एक जुट होने की जरूरत है.
महिलाओं के लिए कोई समय सुरक्षित नहीं
वहीं, निर्भया के पिता ने भी महिलाओं के साथ बढ़ रहे अपराधों पर दुख जताया. उन्होंने कहा कि महिलाएं किस वक्त नौकरी पर जाएं, कोई समय सुरक्षित नहीं है.
उन्होंने राजनीतिक दलों की मंशा पर सवाल उठाते हुए कहा कि लालू जी ने कहा था कि वो संसद में इस मुद्दे को उठाएंगे लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया. मोदी जी ने नारा दिया था बहुत हुआ नारी पर वार अबकी बार मोदी सरकार लेकिन अब हमें के कहना पड़ रहा है,बहुत हुआ नारी पर वार अब क्या करेगी सरकार.
आपको सरकार में इसलिए नहीं भेजा गया कि आप कुछ भी कहें. जनता को ज्यादा पीड़ा देने की जरूरत नहीं है. महिला सुरक्षा को लेकर सत्र बुलायें और कानून बनायें. उन्होंने आगे बताया कि निर्भया फंड को लेकर ज्यादा जानकारी नहीं है. निर्भया फंड महिलाओं की सुरक्षा के लिए बना था लेकिन क्या उसके लिए किसी भी पीड़ित को पैसे मिले है? 4 साल फंड बने हो गए हैं, लेकिन कुछ नहीं हुआ है.