यूपी के बांदा में एंबुलेंस ना मिलने से लाचार पिता अपने बीमार बेटे तो ई-रिक्शा में ही अस्पताल में इलाज के लिए ले गया. ये पहली बार नहीं है जब इस तरह की तस्वीरें सामने आई हैं. इससे पहले भी यूपी के एटा से एक महिला को खाट पर बैठाकर ले जाने की तस्वीरें सामने आई थीं.
बांदाः उत्तर प्रदेश के बांदा से सरकार की लचर व्यवस्था की तस्वीरें एक बार फिर सामने आई हैं जो सीएम योगी आदित्यनाथ के तमाम दावों पर पानी फेरती नजर आ रही हैं. राज्य के बांदा जिले से एक पिता की तस्वीरें सामने आई जो अपने बेटे को ई-रिक्शा पर लेकर अस्पताल पहुंचा क्योंकि उसे एंबुलेंस नहीं मिली. तस्वीरों में देखा जा सकता है कि कैसे एक शख्स अपने बेटे को लिटाकर अस्पाल ले जा रहा है और हाथ में बोतल पकड़ रखी है जो पीड़ित का चढ़ाई जा रही है. हालांकि इस मामले पर चीफ मेडिकल ऑफिसर डॉ. एस कुमार का कहना है कि हमें इसे संबंधित कोई जानकारी नहीं मिली, अगर हमसे एंबुलेंस की मांग की जाती तो हम अरेंज करा देते.
आपको बता दें कि ये इस तरह का पहला मामला नहीं है इससे पहले यूपी के ही एटा से ही ऐसी तस्वीरें सामने आई थीं जिसमें गांव में सड़क ना होने के कारण ग्रामीण गर्भवती महिला को कई किमी दूर अस्पताल खाट पर बैठाकर ले गए. गांव वालों का कहना था कि आजादी के बाद से बहां सड़क ही नहीं बनी है. जिसके चलते वहां कोई वाहन नहीं आ सकता और उन्हें कई किमी तक पैदल ही चलना पड़ता है.
केवल यूपी ही नहीं बल्कि आंध्र प्रदेश के विजयनगरम से दो बार ऐसी ही तस्वीरें सामने आ चुकी हैं जहां गर्भवती महिलाओं को चादर में बैठाकर सैकड़ों किलोमीटर अस्पताल में इलाज के लिए ले जाया गया जिसमें से एक की डिलीवरी रास्ते में ही हो गई था जबकि एक नवजात की मौत भी हो गई थी.
Banda: Man took his ailing child in e-rickshaw from Rajkiya Medical College to District hospital where the child was referred to, due to alleged unavailability of ambulance.Chief Medical Officer Dr S Kumar says,'we didn't receive any info, otherwise we would've arranged it'(13.9) pic.twitter.com/Izbrmg51py
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) September 13, 2018
आंध्र प्रदेशः नहीं थी सड़क तो चादर में डालकर गर्भवती को पैदल ले गए अस्पताल, रास्ते में हुई डिलीवरी