नरेंद्र मोदी सरकार में मंत्री के तौर पर शामिल बाबुल सुप्रियो ने पूर्व राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के बारे में गलत सूचना दी . जिसके चलते उनकी खूब आलोचना हुई. बाद में उन्हें अपना ट्वीट भी डिलीट करना पड़ा.
नई दिल्ली. आज पूरे देश में टीचर्स डे मनाया जा रहा है. टीचर्स डे देश के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के नाम पर मनाया जाता है. मेन स्ट्रीम मीडिया से लेकर सोशल मीडिया पर लोग टीचर्स डे की एक दूसरे को बधाई दे रहे हैं.
वहीं मोदी सरकार में उद्योग राज्य मंत्री बाबूल सुप्रियो ने भी ट्वीट कर टीचर्स डे की बधाई दी है बाबुल सुप्रियो ने अपने ट्वीट में लिखा, मैं देश के पूर्व राष्ट्रपति नोबेल पुरस्कार विजेता, महान दार्शनिक, शिक्षाशास्त्री और अध्यापक डॉक्टर राधाकृष्णन की जयंती पर उनको विनम्र श्रद्धांजिल अर्पित करता हूं.
बाबुल सुप्रियो के इस ट्वीट के बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने उनका जमकर मजाक बनाया है. यहां तक बाद में बाबुल सुप्रियो को अपना ट्वीट भी डिलीट कर दिया. दरअसल हकीकत ये है कि राधाकृष्णन को कभी नोबेल पुरस्कार नहीं मिला. ये बाद शायद मोदी के मंत्री बाबुल सुप्रियो को नहीं पता है.
नोट- बीजेपी सांसद बाबुल सुप्रियो ने ये ट्वीट बाद में डिलीट कर दिया
डॉ. राधाकृष्णन 27 बार नोबेल पुरस्कार के लिए नॉमिनेट जिसमें वह 16 बार साहित्य और 11 बार नोबेल पीस प्राइज के लिए नॉमिनेट हुए थे उसके बावजूद भी उन्हें नोबल पुरस्कार नहीं मिला.
5 सिंतबर को टीचर्स डे मानए जाने की मुख्य वजह ये है कि इसी दिन भारत के पूर्व राष्ट्रपति राधाकृष्णन का जन्म हुआ था. 20वीं सदी में डॉ. राधाकृष्णन का शुमार देश के प्रभावशाली विद्वानों में किया जाता है. डॉ राधाकृष्णन मैसूर, कोलकाता यूनिवर्सिटी में फिलोसपी के प्रोफेसर रहे.