नई दिल्ली: नोटबंदी लागू होने के 50 दिन पूरे होने वाले हैं, ऐसे में विपक्ष एक बार फिर जुटकर सरकार को घेरने की योजना बना रहा था लेकिन अब इसमें फूट पड़ती नजर आ रही है. 27 दिसंबर को होने वाली विपक्ष की बैठक से पहले ही विपक्ष में फूट पड़ती दिखाई दे रही है.
ममता बनर्जी पहुंची दिल्ली
इस बैठक में लेफ्ट के साथ-साथ जेडीयू, एनसीपी और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी बैठक में शामिल नहीं होंगे. वहीं समाजवादी पार्टी (एसपी), बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) पर सस्पेंस बना हुआ है. मोदी सरकार पर हमले की अगुवाई कर रही पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इस बैठक में हिस्सा लेने दिल्ली पहुंच चुकी हैं.
‘विपक्ष को नहीं दी गई जानकारी’
सूत्रों के अनुसार बीएसपी, एसपी, लेफ्ट और जेडीयू को ये परेशानी आ रही है कि ममता और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की अध्यक्षता में वो कैसे दिखें. उनका मानना है कि अगर ये विपक्ष का साझा कार्यक्रम है तो पहले इसे तय किया जाए. जब तक पूरे विपक्ष को इस मामले जानकारी नहीं दी जाए तो वह कैसे इस बैठक में हिस्सा ले.
‘बैठक का एजेंडा तय नहीं किया गया’
जेडीयू सांसद केसी त्यागी ने कहा कि इस बैठक से पहले विपक्ष को कार्यक्रम की जानकारी दी जाए. अभी तक बैठक का कोई न्यूनतम साझा एजेंडा तय नहीं किया गया है. पहले बैठकों के मसौदे तय होते हैं, कोई एक कार्यक्रम नहीं होता है. इसलिए उनकी पार्टी ने इस बैठक में भाग लेने के बारे में अभी तक कोई फैसला नहीं किया है. वहीं, सीपीएम नेता सीताराम येचुरी ने भी साफ कर दिया कि कल होने वाले साझा प्रेस कांफ्रेंस से वह दूर रहेगी.
कांग्रेस ने PM को घेरा
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि राहुल गांधी ने पीएम मोदी से एक सीधा सवाल पूछा है कि उन्होंने बिड़ला और सहारा से पैसे लिए हैं या नहीं. पीएम इसका जवाब नहीं दे रहे हैं. राहुल गांधी के इस सवाल से पीएम परेशान हैं, बीजेपी गुस्से में है.
सुरजेवाला ने आगे कहा कि जिस दिन निष्पक्ष जांच होगी, उस दिन मोदी जी का चेहरा, काला दिल, और काला धन सब जनता के सामने आ जाएगा. जब मोदी जी जांच होगी तो अगर किसी कांग्रेस के नेता का भी नां है तो सबकी जांच हो जाएगी.
PM मोदी ने मांगा था 50 दिन का समय
पीएम मोदी ने इन तकलीफों से निपटने के लिए 50 दिन का वक्त मांग था. आज नोटबंदी का 47 वां दिन है और प्रधानमंत्री के मांगे वक्त में केवल तीन दिन ही बचे हैं. बता दें कि पीएम मोदी ने उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में परिवर्तन रैली के दौरान नोटबंदी का जिक्र करते हुए कहा कि मैंने देश से 50 दिन मांगे हैं, इस फैसले के लागू करने के बाद ही मैंने कहा था कि तकलीफ होगी, लेकिन 50 दिन के बाद समस्याएं खत्म हो जाएंगी.