भीमा कोरेगांव हिंसा में हुई गिरफ्तारियों पर अभिनेत्री स्वरा भास्कर तल्ख स्वर अपनाती नजर आईं. एक कार्यक्रम के दौरान स्वरा भास्कर ने कहा कि खून का प्यासा समाज बनना कोई अच्छी बात नहीं है. उन्होंने कहा कि लोगों को उनके विचारों और सोच के बजाय कर्मों के लिए दंडित किया जाना चाहिए. उन्होंने महात्मा गांधी की हत्या पर भी कमेंट किया.
नई दिल्ली: बॉलीवुड अभिनेत्री स्वरा भास्कर अपने बेवाक बयानों को लेकर अक्सर सुर्खियों में रहती हैं. एक बार फिर से वे अपने बयान को लेकर सुर्खियों में छाई हुई है. भीमा कोरेगावं हिंसा में गिरफ्तारी और अर्बन नक्सल की बहस के बीच स्वरा भास्कर ने महात्मा गांधी की हत्या को लेकर बयान दिया है. स्वरा भास्कर ने कहा कि जिन लोगों ने महात्मा गांधी की हत्या का जश्न मनाया आज वे सत्ता में हैं. क्या उन्हें भी उठाकर जेल में डाल देना चाहिए?
स्वरा भास्कर ने इंडियन वीमन प्रेस कॉर्प्स की तरफ से शनिवार को आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान ये बातें कहीं. उन्होंने कहा कि लोगों को उनके विचारों और सोच के बजाय कर्मों के लिए दंडित किया जाना चाहिए. इस कार्यक्रम में मीडिया को संबोधित करते हुए स्वरा ने कहा कि जब पंजाब में खालिस्तान का मुद्दा छाया हुआ था तो वहां बहुत सारे लोग ऐसे थे जो भिंडरावाले को संत बुलाते थे, संत जरनैल सिंह के नाम से बुलाते थे, क्या उन सबको पकड़ कर जेल में डाल देंगे?
इसके बाद स्वरा ने कहा कि इस इस देश में महात्मा गांधी जैसे एक महान शख्स, महान नेता की हत्या हुई, उस वक्त बहुत सारे लोग उनकी हत्या का जश्न मना रहे थे, आज वह सत्ता में हैं, क्या उन सबको पकड़कर जेल में डाल देंगे. नहीं, न? स्वरा ने कहा कि हमारे अंदर एक टेंडेसी बनती जा रही कि अरे जेल में डालो, यह अच्छी चीज नहीं है. खून का प्यासा समाज बनना कोई अच्छी बात नहीं है. स्वरा भास्कर ने ये बातें भीमा कोरेगांव हिंसा में कथित तौर पर हिंसा भड़काने के मामले में पांच एक्टिविस्टों की गिरफ्तारी के मामले में कहीं.