मुंबई: जिस जायदाद के लिए शीना बोरा का कत्ल हुआ, उसे दान करना चाहती हैं इस मामले की आरोपी इंद्राणी मुखर्जी. गुरुवार को सीबीआई की विशेष अदालत में इन्द्राणी ने कहा की वो अपनी सम्पति का 75 फीसदी इस्कॉन को और महिलाओ और बच्चो की बेहतरी के लिए डोनेट करना चाहती है. इन्द्राणी ने कोर्ट को ये भी बताया की की वो ऑर्गन डोनेशन यानी की अंग दान करना चाहती है. जिसके जवाब में कोर्ट ने कहा की अंग दान के लिए उसे अदालत की इजाज़त की ज़रुरत नहीं है. इन्द्राणी मुख़र्जी, पीटर मुख़र्जी और संजीव खन्ना पिछले सवा साल से शीना बोरा की कत्ल और इन्द्राणी के बेटे मिखाइल की कत्ल की साजिश रचने के आरोप में सलाखों के पीछे बंद है.
सीबीआई ने इस मामले में पिछले साल नवंबर में मुख्य आरोप पत्र दायर करने के बाद दो बार सप्प्लिमेंट्री चार्जशीट भी दाखिल कर चुकी है. पिछले तीन दिनों से इस मामले में सीबीआई की विशेष अदालत में आरोप तय करने पर बहस हो रही थी. उसी दौरान इन्द्राणी को पता चला की गुवहाटी में उसके पिता की मृत्यु हो गयी है जिसके बाद इन्द्राणी के वकीलो ने 20 दिसंबर को अंतरिम ज़मानत की अर्ज़ी दायर कर कहा था की उनकी मुवक्किल अपने पिता के अंतिम के संस्कार के लिए असम जान चाहती है.
सीबीआई ने इन अर्ज़ी की जम का मुख़ालफ़त की और इन्द्राणी के गुवाहटी जाने से इस केस के अहम् गवाह मिखाइल की जान को खतरा हो सकता है. मिखाइल ने भी इन्द्राणी के गुवहाटी आपत्ति जताई थी. अदालत ने गुरुवार को इन्द्राणी की फैसला सुनाते हुए उस गुवहाटी जाने की इजाज़त तो नहीं दी लेकिन मुम्बई में ही पुलिस की निगरानी में 27 दिसम्बर को आखिरी क्रिया कर्म के रीती रिवाज़ करने को कहा है.
अदालत ने अपने आदेश में इन्द्राणी को ताकीद किया है की वो इस दौरान मीडिया से बात ना करे. अदालत के फैसले के बाद पीटर मुख़र्जी के बेटे राहुल मुख़र्जी ने ट्वीट करके कहा की विडंबना है की इन्द्राणी अपने पिता के अंतिम रीती रिवाज़ पूरा कर रही है. उम्मीद करता हूं की इस दौरान वो शीना के बारे में भी सोचेगी. शीना आज ज़िंदा होती. राहुल ने ये भी लिखा सीबीआई, जेल प्रसाशन ध्यान रखे की कही इन्द्राणी भाग ना जाए. आपको बता दें कि इंद्राणी को अपने पिता के अंतिम संस्कार के लिए इजाजत दे दी गई है. जिसमें इंद्राणी को पुलिस निगरानी के अंतर्गत अंतिम संस्कार में शामिल किया जाएगा.