राजद प्रमुख एवं बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर मोदी सरकार और उनके मंत्रियों पर जमकर कटाक्ष किया. लालू ने कुछ ट्वीट करते भाजपा के वरिष्ठ नेताओं की एक फोटो पोस्ट की, जिसमें उन्होंने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को 'अंतरराष्ट्रीय तोंद डे' बताया और लिखा कि ''अगर ये भाजपाई योग के इतना हिमायती होते जितना की ये शोरगुल मचा रहे है तो इनकी तोंद इतनी नहीं फूलती?'' इस तस्वीर में पीएम मोदी, भाजपा अध्यक्ष अध्यक्ष अमित शाह, वित्त मंत्री अरुण जेटली, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फणनवीस दिखाई दे रहे हैं.
नई दिल्ली. राजद प्रमुख एवं बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर मोदी सरकार और उनके मंत्रियों पर जमकर कटाक्ष किया. लालू ने कुछ ट्वीट करते भाजपा के वरिष्ठ नेताओं की एक फोटो पोस्ट की, जिसमें उन्होंने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को ‘अंतरराष्ट्रीय तोंद डे’ बताया और लिखा कि ”अगर ये भाजपाई योग के इतना हिमायती होते जितना की ये शोरगुल मचा रहे है तो इनकी तोंद इतनी नहीं फूलती?” इस तस्वीर में पीएम मोदी, भाजपा अध्यक्ष अध्यक्ष अमित शाह, वित्त मंत्री अरुण जेटली, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फणनवीस दिखाई दे रहे हैं.
लालू ने ट्वीट करते हुए कहा कि ”योग जैसे व्यक्तिगत मसले को प्रचार-प्रसार की मदद से मोदी सरकार अपना जनसंपर्क (पीआर) बनाने में जुटी है. ये शरीर को स्वस्थ बनाने का नहीं राजनीति का योग है. उन्होंने भाजपा नेताओं को फूली तोंद का बताते हुए सवाल किया कि योग करने वाले अलग ही दिखते हैं तो फिर एक दिन के लिए ये सब ढकोसला क्यों? मैं योग का विरोधी नहीं पर लोगों को बेवकूफ बनाने के पाखंड का धुर विरोधी हूं.”
लालू ने आगे कहा, हमारे देश में करोड़ों लोग भूखे सोते हैं. रिक्शा चलाने वाले को योग की क्या जरुरत? मजदूर को योग की क्या जरुरत जो दिन भर शारीरिक श्रम करता है. उन्होंने कहा, किसान पूरे दिन कसरत करता है. खेत-खलिहान में पसीना बहाता है. उन गरीबों और कमेरे वर्गों को योग की जरुरत नहीं जो मेहनत की रोटी खाते हैं.
IANS से भी इनपुट