पंजाब विधानसभा के मॉनसून सत्र के दौरान शिरोमणि अकाली दल के विधायकों ने जमकर हंगामा किया. ये मामला तब गर्म हुआ जब कांग्रेस ने 2015 में पुलिस गोलीबारी में दो सिख युवाओं की हत्या में कांग्रेस ने पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल की कथित भूमिका को लेकर सवाल खड़े किए.
चंडीगढ़: पंजाब विधानसभा के मॉनसून सत्र के दौरान शिरोमणि अकाली दल के विधायकों ने जमकर हंगामा किया. ये मामला तब गर्म हुआ जब कांग्रेस ने 2015 में पुलिस गोलीबारी में दो सिख युवाओं की हत्या में कांग्रेस ने पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल की कथित भूमिका को लेकर सवाल खड़े किए. जिसे लेकर आज पंजाब विधानसभा में रंजीत सिंह आयोग की रिपोर्ट पेश की जानी थी. यह मामला गुरु ग्रंथ साहिब के अपमान से जुड़ा है. कांग्रेस के द्वारा किए गए इस निशाने के बाद अकाली दल के विधायकों ने विधानसभा से वॉक आउट किया.
विधानसभा से बाहर निकलने के बाद, शिरोमणि अकाली दल के नेताओं ने सदन बाहर प्रतीकात्मक सदन बनाया. मीडिया से बातचीत में कांग्रेस व पंजाब सरकार में मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि यह सब शिरोमणि अकाली दल का ड्रामा है. इस मामले में सुखबीर सिंह बादल द्वारा मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह पर लगाए गए आरोपों की जांच के लिए सदन की कमेटी गठित करने की मांग की. सदन में हुए शोरगुल के बाद कमेटी बना दी गई जो इस मामले में जांच करेगी.
सोमवार को पंजाब विधानसभा में रंजीत सिंह आयोग ने रिपोर्ट पेश की थी. विपक्ष का कहना है कि आयोग को अपनी रिपोर्ट विधानसभा में रखने के लिए कम समय दिया गया. बता दें गुरु ग्रंथ साहिब और अन्य धार्मिक ग्रंथों के अपमान की कई घटनाओं की जांच के लिए कांग्रेस ने अप्रैल 2017 में कमेटी का गठन किया था, जो इस मामले में जांच कर रही है.
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