बागपत में नगर पालिका ने कुछ पोस्टर्स लगाए हैं, जिसके बाद वह निशाने पर आ गई है. एक अफसर ने बताया कि पूरे शहर में करीब 40 पोस्टर्स लगाए गए हैं, जिनमें से कुछ में प्रिंटिंग की गलती है. जिलाधिकारी ने इस मामले में रिपोर्ट मांगी है.
बागपत. पीएम नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत मिशन के तहत उत्तर प्रदेश के बागपत में विवादास्पद होर्डिंग्स को लेकर नगर पालिका निशाने पर आ गई है. शहर के विभिन्न हिस्सों में होर्डिंग्स लगाई गई हैं, जिन पर लिखा है- अगर करोगे खुले में शौच, जल्द दी जाएगी मौत. जब मीडिया और स्थानीय लोगों ने नगर पालिका को इस बारे में बताया तो आनन-फानन में होर्डिंग्स हटाए गए.
बागपत नगर पालिका परिषद् के कार्यकारी अफसर ललित कुमार आर्य ने कहा कि शहर के विभिन्न इलाकों में 40 होर्डिंग्स लगाई गई थीं, जिसमें कुछ पर गलत स्लोगन लिखे थे. उन्होंने कहा, ”यह प्रिंटर की गलती थी, जिन्होंने स्लोगन गलत प्रिंट किया. हमने उन्हें चेतावनी जारी की है.”
एक अफसर ने नाम न छापने की शर्त पर एचटी से कहा कि असली स्लोगन था- अगर खुले में करोगे शौच तो जल्द हो जाएगी मौत. बागपत के जिलाधिकारी ऋषिरेंद्र कुमार ने इस बारे में रिपोर्ट मांगी है और स्वीकार किया कि यह बहुत बड़ी गलती थी, जिससे बचा जा सकता था. कुमार ने कहा, ”यह गलती प्रिंटिंग की गलती है, लेकिन फिर भी सुपरवाइजरी स्टाफ की नजरअंदाजी अस्वीकार्य है. यह कैसे हुए और इसके लिए कौन जिम्मेदार है, इसकी जांच के आदेश दे दिए गए हैं.”
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