नई दिल्ली: कोई प्यार से गले लगा ले तो कितना अच्छा लगता है लेकिन आजकल की भागती-दौड़ती जिंदगी में किसी के इतना वक्त ही नहीं होता है वो किसी को गले लगा सकें. लोग अपनी जिंदगी में इतने बिजी हैं कि गले लगने के लिए पैसे खर्च करने के लिए भी तैयार हैं.
दरअसल अमेरिका में ऐसी कई कंपनियां हैं जो ऐसी सेवाएं दे रही हैं. कुछ कंपनियों के नाम जैसे कडलिस्ट, कडल टाइम और कडल थेरेपी ने इन सेवाओं की शुरुआत की है. इस सेवा के तहत ये कंपनियां करीब 80 डॉलर (5,500 रुपये) तक चार्ज कर रही हैं. कई सायकॉलजिस्ट भी अपने पेशंट्स को इस कडलिंग थेरेपी लेने की सलाह देते हैं.
इन कंपनियों और सायकॉलजिस्ट का मानना है कि गले लगने की प्रक्रिया पूरी तरह नॉन-सेक्शुअल होनी चाहिए. सायकॉलजिस्ट्स का कहना है कि गले लगने से लोगों को मानसिक मजबूती और राहत मिलती है. इसके साथ ही दिमाग भी शांत रहता है.
इस बारे में एक्सपर्ट्स का मानना है कि आज के समय में लोगों को नॉन-सेक्शुअल मिल ही नहीं पाता है. इस बारे में कडल थेरेपी की सीईओ कहती हैं, ‘अकेले बैठकर रोना और किसी बांहों में रोना, दोनों अलग चीजें होती है’
आपको बता दें गले लगने का यह कडलिंग बिजनेस धीरे-धीरे बढ़ता जा रहा है और इससे थेरेपिस्ट्स की काफी अच्छी कमाई भी हो रही है. भविष्य में यह काफी अच्छा बिजनेस कर सकता है. कडलिंग को अपनी प्रैक्टिस में शामिल करना थेरेपिस्ट्स के लिए काफी फायदेमंद साबित हो रहा है.