Advertisement
  • होम
  • देश-प्रदेश
  • मिसाइल वैज्ञानिक जी सतीश रेड्डी बने DRDO के अध्यक्ष, दो साल के लिए मिला कार्यभार

मिसाइल वैज्ञानिक जी सतीश रेड्डी बने DRDO के अध्यक्ष, दो साल के लिए मिला कार्यभार

मोदी सरकार के मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति ने शनिवार को रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) के अध्यक्ष पद पर डॉक्टर जी. सतीश रेड्डी के नाम को मंजूरी दे दी है. उन्हें दो साल के लिए डीआरडीओ के अध्यक्ष पद का कार्यभार सौंपा गया है. नीचे पढ़ें, क्यों कहा जाता है उन्हें 'मिसाइल वैज्ञानिक.'

Advertisement
Doctor G Satheesh Reddy appointed as DRDO chief
  • August 25, 2018 6:57 pm Asia/KolkataIST, Updated 6 years ago

नई दिल्लीः मोदी सरकार के मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति ने दो साल के लिए रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) के अध्यक्ष पद पर डॉक्टर जी. सतीश रेड्डी के नाम को शनिवार को मंजूरी दे दी. डॉक्टर रेड्डी को रक्षा अनुसंधान एवं विकास विभाग (डीडीआरडी) के सचिव का अतिरिक्त प्रभार भी सौंपा गया है. DRDO के नए अध्यक्ष डॉक्टर सतीश रेड्डी का नाम देश के जाने-माने मिसाइल वैज्ञानिकों की फेहरिस्त में शामिल है. डॉक्टर एस. क्रिस्टोफर के जून में सेवानिवृत होने के बाद यह पद पिछले तीन महीने से खाली था.

4 जून, 2015 को साइंटिस्ट जी. सतीश रेड्डी ने रक्षा मंत्री के 12वें वैज्ञानिक सलाहकार का पदभार संभाला था. डीआरडीओ के प्रमुख मिसाइल वैज्ञानिक सतीश रेड्डी ने नौवहन और वैमानिकी प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में अहम योगदान दिया है. डॉक्टर रेड्डी ने अनुसंधान केंद्र इमारत (RCI) के निदेशक के रूप में कई रक्षा परियोजनाओं और उससे जुड़े महत्वपूर्ण कार्यक्रमों का मार्गदर्शन किया है. डॉक्टर रेड्डी ने मिसाइल तकनीक के अत्याधुनिक विकास के क्षेत्र में भी अभूतपूर्व योगदान दिया है.

आंध्र प्रदेश की जवाहर लाल नेहरू टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएट डॉक्टर रेड्डी ने सैटेलाइट नेविगेशन रिसीवर और हाइब्रिड नेविगेशन सिस्टम के डेवलेपमेंट के साथ कई महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट के डिजाइन का भी नेतृत्व किया है. उनकी अगुवाई में डीआरडीओ ने देश की कई अहम शोधों को पूरा किया है. उनके नेविगेशन के क्षेत्र में अहम योगदान की वजह से उन्हें नेविगेशन साइंटिस्ट भी कहा जाता है. वह लंदन स्थित रॉयल इंस्टीट्यूट ऑफ नेविगेशन में भी पढ़ा चुके हैं. रूस की अकैडमी ऑफ नेविगेशन एंड मोशन कंट्रोल के विदेश सदस्य के रूप में उन्हें पूर्णकालिक सदस्य डिप्लोमा से सम्मानित किया गया है. डॉक्टर सतीश रेड्डी देश के प्रसिद्ध भारतीय विज्ञान कांग्रेस एसोसिएशन होमी जे. भाभा मेमोरियल अवार्ड से भी सम्मानित किए जा चुके हैं.

कर्नाटकः डिप्टी सीएम जी. परमेश्वरा बोले- हम केंद्र से नीचे नहीं, बराबर के हिस्सेदार, निर्मला सीतारमण का व्यवहार गलत

 

Tags

Advertisement