केवल हंगामे की भेंट चढ़ा संसद, शीतकालीन सत्र का आज आखिरी दिन

नोटबंदी के साथ-साथ अगस्ता वेस्टलैंड वीवीआईपी चॉपर डील मामले पर संसद का शीतकालीन सत्र पूरी तरह से ठप रहा. शुक्रवार को सत्र का आखिरी दिन है. आज भी संसद के दोनों सदनों में नोटबंदी पर विपक्ष के हंगामे के आसार पूरी तरह दिख रहे हैं.

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केवल हंगामे की भेंट चढ़ा संसद, शीतकालीन सत्र का आज आखिरी दिन

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  • December 16, 2016 4:16 am Asia/KolkataIST, Updated 8 years ago
नई दिल्ली: नोटबंदी के साथ-साथ अगस्ता वेस्टलैंड वीवीआईपी चॉपर डील मामले पर संसद का शीतकालीन सत्र पूरी तरह से ठप रहा. शुक्रवार को सत्र का आखिरी दिन है. आज भी संसद के दोनों सदनों में नोटबंदी पर विपक्ष के हंगामे के आसार पूरी तरह दिख रहे हैं. संसद न चल पाने की वजह से न सिर्फ देश की जनता दुखी है, बल्कि देश के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी भी इससे काफी गुस्से में हैं. जिसे वह कई बार जाहिर कर चुके हैं.
 
संसद के दोनों सदनों में जमकर हंगामा
सदन में विपक्ष ने जहां एकतरफ नोटबंदी का मुद्दा उठाया वहीं सरकार ने भी अगस्ता घूसकांड का मुद्दा उठाया. इन दोनों ही मुद्दों की वजह से न तो लोकसभा चल पाई न ही राज्यसभा दोनों सदनों में हंगामा होता रहा. सरकार ने कहा कि विपक्ष के साथ-साथ कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी खुद सदन में चर्चा करने से भाग रहे हैं. 
 
लोकसभा में अब तक 16 फीसदी राज्यसभा में 19 फीसदी काम
संसद के दोनों सदनों में नोटबंदी पर संग्राम तय है और इस तरह शीतसत्र बिना किसी बहस और चर्चा के काम खत्म हो जाएगा. संसद की वेबसाइट के अनुसार लोकसभा में शीतकालीन सत्र में 16 फीसदी कामकाज ही हुआ है. वहीं राज्यसभा में 19 फीसदी कामकाज हुआ.
 
अगस्ता मामले में 115 करोड़ की दी गई घूस
बता दें कि एक मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया कि अगस्ता मामले के लिए भारत के सबसे रसूखदार सियासी परिवारों में से एक परिवार को 1.6 करोड़ यूरो (115 करोड़ रुपए) की घूस दी गई थी. ये खुलासा सौदे के प्रमुख बिचौलिए क्रिश्चियन मिशेल के सीक्रेट नोट्स से हुआ है. अगस्ता डील यूपीए सरकार के कार्यकाल में हुई थी.
 
BJP ने बुलाई बैठक
शीतकालीन सत्र के आखिरी दिन बीजेपी ने संसदीय दल की बैठक बुलाई है. बैठक आज सुबह 9:30 बजे होगी. बैठक के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संबोधन होगा. बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने गुरुवार को पार्टी नेताओं से नोटबंदी को कामयाब बनाने की अपील की. अब जनता तक इसे ले जाने की जिम्मेदारी हमारी है.
 
आडवाणी दिखे व्यथित
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) नेता लालकृष्ण आडवाणी लोकसभा की कार्यवाही स्थगित होने से व्यथित दिखे. सदन के स्थगित होने के बाद भी व्यथित आडवाणी काफी देर तक लोकसभा में बैठे रहे. उन्होंने केन्द्रीय टेक्सटाइल मंत्री स्मृति ईरानी और गृहमंत्री राजनाथ सिंह से बात की और कहा कि कम-से-कम अंतिम दिन संसद चलाने की कोशिश होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि स्पीकर को दोनों पक्षों के नेताओं को बुलाकर बात करनी चाहिए.
 
‘मैं इस्तीफा देना चाहते हूं’
लालकृष्ण आडवाणी ने कहा कि संसद के इस तरह हालात को देखते हुए मैं इस्तीफा देना चाहते हूं, उन्होंने कहा कि अगर आज अटल जी भी ससंद में होते और इस तरह का माहौल पाते तो वह भी दुखी हो जाते. कोई जीते या हारे लेकिन इस हंगामें से संसद की हार हो रही है. स्पीकर से बात करके कल चर्चा होनी चाहिए.

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