नोएडा : वैसे तो नोटबंदी का असर देश के कई इलाकों में देखने को मिल रहा है. दिल्ली का एक सिनेमाहॉल भी नोटबंदी के कारण बंद हो गया है, वहीं इस नोटबंदी ने पश्चिमी यूपी के करीब 5 लाख लोगों को बेरोजगार बना दिया है.
पत्रिका.कॉम में छपी खबर के मुताबिक नोटबंदी ने इंडस्ट्रीयल सेक्टर के लोगों को सबसे ज्यादा अपने चपेट में लिया है. रिपोर्ट के मुताबिक मेरठ, नोएडा, सहारनपुर, गाजियाबाद, मुजफ्फरगनर सहित कई जिलों के 5 लाख लोग बेरोजगार हो गए हैं, वहीं अभी कितने और लोगों की नौकरी खतरे में है.
जानकारों का कहना है कि नोटबंदी से करीब 4 फीसदी काम होने लगा है. इसके सबसे बड़ा कारण कैश की किल्लत है. इन मजदूरों में कई ऐसे हैं जिनके पास बैंक अकाउंट नहीं हैं, इसलिए इन्हें चेक से पेमेंट भी नहीं किया जा सकता. एक रिपोर्ट की मानें तो वेस्ट यूपी में करीब 12 लाख अस्थायी मजदूर हैं.
हिंद मजदूर सभा के गौतमबुद्धनगर के अध्यक्ष आरपीएस चौहान के मुताबिक नोएडा एक इंडस्ट्रीयल हब माना जाता है. उन्होंने कहा कि यदि आने वाले महीनों में हालात नहीं बदले तो और दिक्कतें हो सकती हैं और कई नौकरियां जा सकती हैं.