मुंबई: बचपन में अक्सर बच्चों को पैसे चुराने की लत लग जाती है जिसके लिएकई बार उनकी पिटाई भी होती है , लेकिन मुंबई में एक परिवार ऐसा है जिसने अपनी 8 साल की बच्ची द्वारा 30 रुपए चुराए जाने के शक में उसके गले में फांसी का फंदा लगाकर छोड़ दिया. इस वीडियो के वायरल होते ही पुलिस की नींद उड गयी.इस बारे में पुलिस ने कहा है की बच्ची को चाइल्ड वेल फेयर कमिटी के सामने पेश कर मां पर आगे की कार्यवाही की जाएगी.
बुधवार को बच्ची द्वारा 3० रुपए चुराने के शक में मां ने 8 साल की बेटी के केवल हाथ ही नही बाँधे बल्कि बच्ची के गले में ओढनी का फंदा लगाकर उसे छोड़ दिया. पड़ोसियों ने इस निर्दयी मां की करतूत को दुनिया के सामने रखा. चौकानी वाली बात यह भी है की बच्ची की मदद के लिए दौड़े पड़ोसियों के साथ उसकी मां ने मारपीट कर दी. पहलें पुलिस इस मामले में लीपा पोती कर रही थी लेकिन यह खबर मीडिया में आने के बाद खड़कपाडा पुलिस जांच में जुट गई है.
पड़ोसी ने बनाई दरिंदगी की वीडियो
दरअसल मुंबई के कल्याण के मिलिंद नगर में रहने वाले सागर तोंडकर की नजर अपने पड़ोस में रहने वाले चुन्नीलाल के घर पर गई गई. सागर ने देखा कि चुन्नी की बेटी साक्षी के हाथ बांधे गए हैं, इतना ही नही उसके गले में ओढनी लपेटी गई और वह सीलिंग से बांधी गई है. घबराए सागर ने आस पड़ोस के लोगों को बुलाना शुरू किया. इसी बीच उन्होंने इस बच्ची के साथ की गई करतूत का वीडियो भी बनाया.
पता चला की बच्ची की मां अनुपमा ने अपने बेटी को सजा देने के लिए ऐसा किया है. बच्ची की मां का कहना है की वह रोजाना चोरी करती है उसे डराने के लिए यह सजा दी थी. घटना सुनकर दौड़े पड़ोसियों ने अनुपमा के घर घुस कर पहले बच्ची का हाथ और गला छुडाया और इसके बाद मां को समझाना शुरू किया. इसी दौरान अनुपमा को समझा रही पड़ोसी के साथ गई जन्नत बी के साथ रुकमनी बाई पवार नामक महिला की बहस हो गयी.
पुलिस का रहा ढीला रवैया
मामला सामने आने के बाद जन्नत बी खडकपाडा पुलिस स्टेशन पहुंची. यहां उन्होंने पुरी घटना पुलिस को बताई लेकिन हमेशा की तरह खड़कपाडा पुलिस ने कोइ दिलचस्पी नही ली. आठ साल की साक्षी के साथ उसकी मां द्वारा की गई करतूत का वीडियो वायरल होते ही पुलिस की नींद उड गई. इस बारे में पुलिस ने कहा है कि बच्ची को चाइल्ड वेलफेयर कमिटी के सामने पेश कर मां पर आगे की कार्यवाही की जाएगी.