नई दिल्ली. बीजेपी के सीनियर लीडर लालकृष्ण आडवाणी ने एक चैनल को दिए गए इंटरव्यू में कहा है कि वह राजनीतिक दलों में 'वन मैन शो' के खिलाफ हैं. यह पूछे जाने जाने पर कि क्या उन्हें लगता है कि राजनीतिक नेतृत्व में तानाशाही की प्रवृत्ति उभरी है, आडवाणी ने कहा, 'मैं राजनीतिक दलों में हमेशा ही वन मैन शो के खिलाफ रहा हूं.' उन्होंने कहा कि अहंकार तनाशाही को जन्म देता है, यह बहुत दुखद है. आज के नेताओं को वाजपेयी जैसा विनम्र होना चाहिए.
नई दिल्ली. बीजेपी के सीनियर लीडर लालकृष्ण आडवाणी ने एक चैनल को दिए गए इंटरव्यू में कहा है कि वह राजनीतिक दलों में ‘वन मैन शो’ के खिलाफ हैं. यह पूछे जाने जाने पर कि क्या उन्हें लगता है कि राजनीतिक नेतृत्व में तानाशाही की प्रवृत्ति उभरी है, आडवाणी ने कहा, ‘मैं राजनीतिक दलों में हमेशा ही वन मैन शो के खिलाफ रहा हूं.’ उन्होंने कहा कि अहंकार तनाशाही को जन्म देता है, यह बहुत दुखद है. आज के नेताओं को वाजपेयी जैसा विनम्र होना चाहिए.
इंदिरा गांधी को था सत्ता जाने का डर
आडवाणी ने यह भी कहा, ‘जो कोई भी सत्ता में आता है, वह उसे खोना नहीं चाहता. और उन्होंने आगाह किया कि जो भी सत्ता का दुरुपयोग करेगा, उसे मतदाता सबक सिखाएंगे. आडवाणी ने 1975 का समय याद करते हुए कहा कि इंदिरा गांधी को सत्ता जाने का डर था इसलिए देश में इमरजेंसी लागू हुई.
राममंदिर आंदोलन पर मुझे गर्व है
जब आडवाणी पूछा गया कि क्या आपको रामजन्मभूमि आंदोलन पर पछतावा है तो उन्होंने कहा, ‘पछतावे की बात तो दूर है मुझे इस बात पर गर्व है. हमने भगवान राम के प्रति देश में आस्था को प्रबल किया. यह अपने आप में बड़ी बात है.’