उन्‍नाव रेप-मर्डर केस: गवाह की मौत के बाद बगैर पोस्टमार्टम शव दफनाया, राहुल गांधी ने जताया शक

उन्नाव रेप और मर्डर केस के मुख्य गवाह यूनुस की संदिग्ध हालत में मौत हो गई. यूनुस के शव को बगैर पोस्टमार्टम कराए दफना दिया गया. जिसके बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने इसे साजिश का हिस्सा करार दिया है. बीजेपी विधायक कुलदीप सेंगर इस केस में मुख्य आरोपी है.

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उन्‍नाव रेप-मर्डर केस: गवाह की मौत के बाद बगैर पोस्टमार्टम शव दफनाया, राहुल गांधी ने जताया शक

Aanchal Pandey

  • August 23, 2018 7:00 pm Asia/KolkataIST, Updated 6 years ago

उन्नाव/नई दिल्लीः उत्तर प्रदेश के चर्चित उन्नाव रेप और हत्या कांड के मुख्य गवाह यूनुस की संदिग्ध हालत में मौत हो गई. बगैर पोस्टमार्टम कराए शव दफनाने को लेकर अब कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने इसे साजिश का हिस्सा करार दिया है. राहुल गांधी ने गुरुवार शाम ट्वीट किया, ‘उन्नाव रेप और मर्डर केस के मुख्य गवाह की संदिग्ध हालत में मौत और बिना पोस्टमॉर्टम किए दफनाए जाने से एक तरह की साजिश की बू आती है. क्या हमारी बेटियों को न्याय दिलाने का आपका यहीं तरीका है, मिस्टर 56?’

उन्नाव मामले में रेप पीड़िता के पिता की हत्या कर दी गई थी. माखी गांव निवासी यूनुस नाम का शख्स इस मामले में केस की जांच कर रही सीबीआई का मुख्य गवाह था. शनिवार को यूनुस की संदिग्ध हालत में मौत हो गई. उसके परिजनों ने किसी को जानकारी दिए बगैर शव को दफना दिया. शव का पोस्टमार्टम न कराए जाने पर सवाल उठ रहे हैं. पीड़िता के चाचा ने आरोप लगाया कि यूनुस को जहर देकर मारा गया है. उसके शव की पोस्टमार्टम जांच होनी चाहिए. इस मामले में सफीपुर के सीओ विवेक रंजन राय ने कहा कि यूनुस पिछले कई वर्षों से लीवर की बीमारी से पीड़ित था. इलाज के दौरान उसकी मौत हुई है. डॉक्टरों से मिले कागजातों के मुताबिक इस बात की पुष्टि हो रही है कि यूनुस की मौत बीमारी से हुई है. इसके बावजूद पुलिस पीड़ित परिवार के आरोपों की जांच कर रही है.

गौरतलब है कि उन्‍नाव रेप केस में पीड़‍ित लड़की के प‍िता की 9 अप्रैल को कथित तौर पर माखी पुल‍िस स्‍टेशन में प‍िटाई के दौरान मौत हो गई थी. यूनुस इसका चश्‍मदीद गवाह था. लड़की से रेप और उसके प‍िता की हत्‍या की साजिश के आरोप में आरोपी बीजेपी विधायक कुलदीप स‍िंह सेंगर बीते जून से जेल में बंद है. यह मामला मीडिया में तब सामने आया जब रेप पीड़िता ने सीएम योगी आदित्यनाथ के आवास के बाहर खुद को आग लगाकर खुदकुशी की कोशिश की. इसके बाद पीड़िता के पिता की पुलिस स्टेशन में संदिग्ध हालत में मौत हो गई. मामले के तूल पकड़ते ही बीजेपी विधायक का नाम सामने आने पर बीजेपी की किरकिरी होती देख राज्य सरकार ने सीबीआई जांच की मंजूरी दी. जिसके बाद सीबीआई ने विधायक कुलदीप सिंह सेंगर, उसके भाई और एक अन्य सहयोगी को गिरफ्तार कर लिया. फिलहाल इस मामले की जांच जारी है.

उन्नाव गैंगरेप: चश्‍मदीद गवाह यूनुस की संदिग्ध मौत, बिना पोस्टमॉर्टम हड़बड़ी में दफना दिया शव

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