सिखों के बाद अब गोरखाओं ने भी उठाई चुटकुलों के खिलाफ आवाज

सिख समुदाय के बाद चुटकुलों के मामले में अब गोरखाओं ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. गोरखाओं ने उनका अपमान करने वाले जोक्स पर रोक लगाने की मांग की है.

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सिखों के बाद अब गोरखाओं ने भी उठाई चुटकुलों के खिलाफ आवाज

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  • December 14, 2016 3:20 pm Asia/KolkataIST, Updated 8 years ago
नई दिल्ली : सिख समुदाय के बाद चुटकुलों के मामले में अब गोरखाओं ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. गोरखाओं ने उनका अपमान करने वाले चुटकुलों पर रोक लगाने की मांग की है. 
 
एक गोरखा छात्र ने सुप्रीम कोर्ट में इसे लेकर याचिका दाखिल की है. याचिका में कहा गया है कि गोरखाओं को बुद्धू, पागल, मूर्ख, बेवकूफ, अनाड़ी, अंग्रेजी भाषा की अधूरी जानकारी रखने वाला और मंद बुद्धि और मूर्खता की मूर्ति के रूप में समझा जाता है और उनपर चुटकुले बनाये जाते है. 
 
जीने के बुनियादी अधिकार का उल्लंघन 
याचिका में कहा गया है कि ये चुटकुले जीने के बुनियादी अधिकार और सम्मान से जीने के अधिकार का उल्लंघन करते हैं. इस कारण जिन वेबसाइटों पर ये प्रकाशित होते हैं, उनपर प्रतिबंध लगना चाहिए. सुप्रीम कोर्ट अब इस मामले को सिख चुटकुलों वाली याचिका के साथ सुनेगा.
 
इससे पहले सिखों के ऊपर बनने वाले संता बंता चुटकुलों पर प्रतिबंध लगाने को लेकर भी याचिका दायर की गई थी. याचिका में कहा गया था कि ऐसे संता बंता चुटकुलों से समुदाय की भावनाएं आहत होती हैं और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर छवि भी खराब होती है. याचिकाकर्ता के अनुसार करीब 5000 वेबसाइटों पर सिख समुदाय से जुड़े चुटकुले रहते हैं. इन पर रोक लगाई जानी चाहिए.

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