नई दिल्ली : नोटबंदी के बाद कालेधन को सफेद कराने की जैसे होड़ सी लग गई है. इस प्रक्रिया में बड़े-बड़े नेताओं का नाम सामने आ रहा है. एक निजी टीवी चैनल के स्टिंग में इस बात का खुलासा किया गया है कि बड़े-बड़े राजनेता भारी कमीशन लेकर कालेधन को सफेद कराने का काम कर रहे हैं.
क्या कहा सरकार ने ?
इस स्टिंग ऑपरेशन के सामने आने के बाद आज संसद में केंद्र सरकार ने विपक्ष को घेरा, जिसके बाद विपक्ष ने नोटबंदी का मुद्दा उठाया. केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू ने कहा है कि इस मामले की जांच की जाएगी. सूचना प्रसारण मंत्रालय ने इस मामले में दिल्ली पुलिस को चिट्ठी लिखकर मामले की जांच करने का आदेश दे दिया है.
स्टिंग ऑपरेशन के बाद बीजेपी नेता अनंत कुमार ने कहा है कि स्टिंग ने विपक्ष और कांग्रेस की पोल खोल कर रख दी है. उन्होंने कहा है कि भारी कमीशन लेकर कालेधन को सफेद करना बहुत ही अजीब बात है. उन्होंने कहा कि विपक्ष संसद में नोटबंदी पर हंगामा कर रही है और कालेधन को सफेद बनाने का काम जारी रख कर नोटबंदी के फैसले के सामने अड़चन पैदा कर रहा है.
बीजेपी ने संसद में विपक्ष के नेताओं को पुराने नोटों को नए नोटों से बदलने पर हुए स्टिंग ऑपरेशन में घेरा. बीजेपी ने कहा कि स्टिंग ऑपरेशन से सच्चाई सामने आ गई है. राहुल गांधी जिस भूकंप को लेकर बात कर रहे थे वह भी सामने आ गया है. बीजेपी ने इस मामले पर संसद में जोरदार हंगामा किया.
क्या है स्टिंग ऑपरेशन में ?
बता दें कि उत्तर प्रदेश की बड़ी पार्टियां बीएसपी और सपा के नेता भी कालेधन को सफेद करने का काम कर रहे हैं. स्टिंग ऑपरेशन में सामने आया है कि बीएसपी नेता वीरेंद्र जाधव का 10 करोड़ की ब्लैकमनी को व्हाइट करने के लिए 40 फीसदी कमीशन ले रहे हैं. उन्होंने 10 करोड़ के पुराने नोट के बदले 6 करोड़ के नए नोट देने की बात कही है.
सपा-कांग्रेस के नेता का नाम भी शामिल
वहीं समाजवादी पार्टी के नेता टीटू यादव और कुलदीप यादव भी कालेधन को सफेद कराने के दावा रखते हुए दिखाई दे रहे हैं. कांग्रेस नेता तारिक सिद्दीकी भी कालेधन को सफेद करने का दावा कर रहे हैं.
एनसीपी नेताओं भी हैं शामिल
वहीं एनसीपी नेता और दिल्ली प्रदेश के महासचिव रवि कुमार ने भी कालेधन को सफेद कराने की बात कही है. एनसीपी के ही नेता और दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष कंवर प्रताप सिंह ने भी कालेधन को सफेद कराने की बात कही है.