नई दिल्ली: संसद का शीतकालीन सत्र 16 दिसंबर तक ही चलना है, यानी यह सत्र महज तीन का ही शेष बचा है. नोटबंदी के चलते पूरा सत्र हंगामे की भेट चढ़ गया. केंद्रीय मंत्री वैंकेया नायडू ने बताया है कि संसद के सत्र के आखिरी तीन दिनों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सदन में मौजूद रह सकते हैं और नोटबंदी पर संसद में बयान दे सकते हैं. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री अगर बाहर नहीं रहते हैं तो हमेशा संसद में मौजूद रहते हैं.
नायडू ने कहा कि वह संसद में आने वाले पहले व्यक्ति और जाने वाले भी अंतिम व्यक्ति होते हैं. वह अपने कक्ष में होते हैं और जो कुछ भी घटित होता है, उसे देखते रहते हैं. उन्होंने कहा कि विपक्ष चाहता है कि पीएम सदन में आएं और उनकी गालियां सुनें. सरकार नोटबंदी पर चर्चा चाहती है. विपक्ष ही गोलपोस्ट बदल रहा है. वहीं सत्र के आखिरी तीन दिनों की रणनीति तैयार करने के लिए विपक्षी दलों ने भी बुधवार सुबह बैठक बुलाई है. संसद की कार्यवाही से ठीक पहले सुबह 10.30 बजे कांग्रेस सांसदों की बैठक होगी.
सूत्रों के अनुसार संसद में जारी गतिरोध खत्म करने के लिए केंद्र ने अभी तक विपक्ष से संपर्क नहीं किया है. हालांकि नोटबंदी पर चर्चा के लिए तैयार होने की बात कहता रहा है. वहीं बीजेपी ने इसे देखते हुए अपने सांसदों को व्हिप जारी किया है. सभी लोकसभा और राज्यसभा सांसदों के लिए अगले तीन दिनों के लिए यह व्हिप है. सरकार के रुख को देखते हुए कांग्रेस ने भी दोनों सदनों के लिए अपने सांसदों को व्हिप जारी किया है.