नई दिल्ली. अगर आपको लगता है कि बाजार से जो किसी कंपनी से जो आप क्रीम लाएं हैं जो जौ, अंजीर और अखरोट से त्वचा को गोरा बना देगी तो आपके लिए एक चेतावनी है.
ये कंपनियां अपने उत्पादों में ऐसा कुछ नहीं डाल रही हैं. हां, उसकी जगह पर प्लास्टिक डाली जा रही है जो आपको नुकसान पहुंचा सकती है.
राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण यानी एनजीटी में इसको लेकर एक गुहार भी लगाई है जिसके बाद से केंद्र सरकार ऐसी कंपनियों पर लगाम लगाने में जुट गई है. 9 जनवरी को केंद्र सरकार एनजीटी में यह भी बताएगी कि उसने इन कंपनियों के खिलाफ क्या कदम उठाए हैं.
इस मामले में भारत के औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआइ) ने भी सभी पक्षों से राय मांगी है. डीसीजीआइ से जुड़े अधिकारी ने बताया है कि सौंदर्य प्रसाधनों जिसमें साबुन, फेसवॉश, हैंडवाश,. बॉडीवॉश और कई तरह के सौंदर्य प्रसाधनों में प्लाष्टिक के टुकड़ों का इस्तेमाल किया जा रहा है. इसको लेकर एनजी़टी में दी गई याचिका के बाद डीसीजीआइ और पर्यावरण मंत्रालय को नोटिस जारी किया गया है.
आपको बता दें कि इन उत्पादों में मिलाई जाने वाली प्लास्टिक के कण काफी छोटे हैं. वह इस्तेमाल होने के बाद पानी के रास्ते जमीन में घुल रहे हैं जिसकी वजह से पर्यावरण को काफी नुकसान पहुंचा रहा है.
इतना ही नहीं ये हमारे स्वास्थ्य के लिए काफी खतरनाक है. लेकिन कंपनियों ने सभी नियमों को ताक पर रखकर जौ, अंजीर और अखरोट के नाम पर झूठ बोला है. एनजीटी में दी गई याचिका में मांग की गई है कि इस तरह की मिलावट करने की वाली कंपनियों पर तुरंत कार्रवाई की जाए.