श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के रवैये से नाराज होकर कैबिनेट की बैठक का बहिष्कार कर दिया. पिछले कई दिनों घाटी में चल रहे हिंसक प्रदर्शन के बीच BJP-PDP गठबंधन सरकार में पहली बार मतभेद खुलकर सामने आ रहे हैं. जानकारी के अनुसार यह विवाद कश्मीर पुलिस सर्विस (KPS) को नए सिरे से गठित किए जाने के मुद्दे पर था.
महबूबा मुफ्ती सचिवालय से बाहर निकलने के बाद सीधे अपने आवास पर चली गईं. बाद में उपमुख्यमंत्री निर्मल सिंह समेत बीजेपी के कई मंत्रियों ने उनके आवास पर जाकर मुलाकात की. दरअसल बैठक में कश्मीर पुलिस सर्विस के अधिकारियों को आईपीएस के समकक्ष लाने का प्रस्ताव लाया गया था. इस प्रस्ताव का बीजेपी के मंत्रियों ने विरोध किया था.
बीजेपी का कहना था कि आईपीएस के लिए भारत में राष्ट्रीय स्तर पर प्रतियोगी परीक्षा आयोजित की जाती हैं जबकि केपीएस के लिए केवल राज्य स्तर पर ही परीक्षा आयोजित होती है. दोनों पार्टियों के बीच हो रही कैबिनेट की बैठक में मौजूद बीजेपी के मंत्रियों और महबूबा के बीच तनातनी साफ दिखाई दी. गौरतलब है कि 2014 के विधानसभा चुनाव में किसी भी पार्टी के पूर्ण बहुमत नहीं मिला था जिसकी वजह से PDP-BJP ने मिलकर राज्य में सरकार बनाई. पीडीपी को 28 सीटें मिलीं, वहीं बीजेपी को 25 सिटें मिली थीं.