विपक्ष मुझे संसद में बोलने नहीं देता इसलिए जनसभा में बोल रहा हूं: पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को गुजरात के बनासकांठा में एक रैली को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की सीमा पर यह जिला रेगिस्तान में भी अपने भाग्य को कैसे बदल सकता है इसका जीता जागता उदाहरण यहां के लोगों की सफलताएं हैं.

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विपक्ष मुझे संसद में बोलने नहीं देता इसलिए जनसभा में बोल रहा हूं: पीएम मोदी

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  • December 10, 2016 6:46 am Asia/KolkataIST, Updated 8 years ago
बनासकांठा: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को गुजरात के बनासकांठा में एक रैली को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की सीमा पर यह जिला रेगिस्तान में भी अपने भाग्य को कैसे बदल सकता है इसका जीता जागता उदाहरण यहां के लोगों की सफलताएं हैं. बनासकांठा के किसानों ने अपना ही नहीं, कई पीढ़ियों का भी भाग्य बदल दिया है.
 
‘बनासकांठा ने श्वेत क्रांति के साथ स्वीट क्रांति का बिगुल बजाया’
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज बनासकांठा के किसानों ने आलू की पैदावार का जो रिकॉर्ड बनाया है वह और कोई नहीं कर सका है. जहां किसानों के पास आत्महत्या के अलावा कोई चारा नहीं बचता था वह आज आगे बढ़ रहा है. बनासकांठा ने श्वेत क्रांति के साथ स्वीट क्रांति का बिगुल बजाया है. अब यहां शहद उत्पादन भी शुरू हो गया है. आज बनास डेयरी ने अमूल के साथ चीज के उत्पादन का भी काम शुरू किया. लोग अमूल के मक्खन की मांग बहुत बढ़ गई है.
 
‘मेरा सौभाग्य है कि मै यहां आया’
पीएम मोदी ने कहा कि नासकांठा के किसान मेरे पुतले जलाते थे , फिर भी मैं उनके बीच जाता था और कहता था कि भाग्य बदलना है तो पानी बचाना होगा, मेरा सौभाग्य है कि यहां के किसानों ने मेरी बात मानी और आज यह जिला गुजरात में सिंचाई के मामले में नंबर एक पर है. गुजरात मैं जब नया-नया सीएम बना था, तो कई सवालिया निशान लगाए गए थे. जब लोग कहते थे कि मोदी क्या कर पाएगा. उस समय मेरा पहला सार्वजनिक कार्यक्रम डीसा में इसी मैदान पर हुआ था.
 
‘8 तारीख से पहले छोटे नोटों की कोई कीमत थी’
पीएम मोदी ने कहा कि बच्चों के स्वास्थ्य के लिए उपयोगी A2 मिल्क का भी उत्पादन यहां शुरू हुआ है. वेल्लोर (तमिलनाडु) में आयकर विभाग ने 24 करोड़ रुपये के नए नोट बरामद किए. हमें विकास और बदलाव के लिए वैज्ञानिक तरीके से काम करना चाहिए. आज चर्चा चल रही है कि नोटों का क्या होगा. 8 तारीख से पहले 100, 50, 20 के नोटों की कोई कीमत थी क्या ? 8 तारीख के बाद छोटे नोटों में जान आ गई.
 
‘नोटबंदी से मैंने गरीब की ताकत बढ़ाई’
पीएम मोदी ने कहा कि मैंने गरीब की ताकत बढ़ाने के लिए नोटबंदी की है. देश का अर्थतंत्र नोटों के ढेर के नीचे दबने लगा था. मेरी लड़ाई आतंकवाद के खिलाफ है. जाली नोटों के कारोबारी जितने देश में नहीं उससे ज्यादा बाहर हैं. इससे नक्सलवाद से जुड़े लोग मुख्यधारा में आने लगे हैं. 
 
‘लोग संसद को चलने नहीं दे रहे’
प्रधानमंत्री ने आग कहा कि 70 साल तक ईमानदार लोगों को परेशान किया गया. मैंने ईमानदारों के हित में काम किया. मैं लोगों को धन्यवाद देता हूं. लोग संसद को चलने नहीं दे रहे हैं. इससे हमारे राष्ट्रपति भी दुखी हो गए और उन्हें सार्वजनिक रूप से सांसदों को टोकना पड़ा. विपक्ष का झूठ टिक नहीं पाता इसलिए वे संसद में हंगामा करते हैं, इसलिए मैंने लोकसभा में नहीं जनसभा में बोलने का फैसला किया.
 
‘कालेधन वाला कोई नहीं बचेगा’
लोग एक तरफ तो नीतियों का विरोध करते हैं और दूसरी तरफ मतदाता सूची पर ध्यान देते है. यह निर्णय (नोटबंदी) आसान नहीं है. मैंने कहा था कि 50 दिन तकलीफ होगी ही होगी, लेकिन 50 दिन के बाद स्थिति सामान्य होती जाएगी. कालेधन वाला कोई नहीं बचेगा. हमने पिछले दरवाजे पर भी गेटकीपर लगाए हैं. 8 तारीख के बाद पाप करने वाले लोग बचने वाले नहीं हैं. वक्त बदल गया है अब आपके मोबाइल फोन में ही बैंक आ गया है. अब आपको बैंक की कतार में जाने की जरूरत नहीं होगी, बल्कि बैंक आपके मोबाइल की कतार में खड़ा हो जाएगा.

 

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