नई दिल्ली: दुनिया की हर महिला अपने आप को खूबसूरत देखना चाहती है. लेकिन कैंसर और ट्यूमर जैसी खतरनाक बीमारी इनकी खूबसूरती छीन लेती है क्योंकि इन बीमारियों के इलाज के लिए होने वाली थैरेपी की वजह से इंसान के बाल झड़ने जाते हैं. आईब्रोज भी जल जाती हैं जिस वजह से हर महिला खुद को खूबसूरती में कम आंकने लगती है.
लेकिन आज के दौर में हर परेशानी का हल संभव है. इन बीमारियों के कारण फीकी पड़ने वाली महिलाओं की खूबसूरती को बरकरार रखने का काम कर रहीं हैं पर्मानेंट मेकअप एक्सपर्ट गुंजन गौड़.
कैंसर एक ऐसी बीमारी है जिसके नाम से किसी भी इंसान के रौंगटे खड़े हो जाते हैं. यह बीमारी इतनी ज्यादा दर्दनाक होती है ये वही समझ सकता है जो इस बीमारी से जूझ रहा होता है.
ऐसे ही लोगों के लिए एल्प्स ब्यूटी ग्रुप की एग्जूग्यूटिव डाइरेक्टर गुंजन गौड़ ने ऐसे लोगों को कुछ देर के लिए खुशी और मानसिक सुकून देने के लिए हाल ही में एक फ्री वर्कशॉप का आयोजन किया. इस वर्कशॉप में उन्होंने कीमोथैरेपी के कारण अपने आईब्रोज़ गवां चुकी महिलाओं का फ्री में पर्मानेंट मेकअप भी किया.
कैसे होता है परमानेंट मेकअप
कैंसर के जिन मरीजों के कीमोथैरेपी के दौरान आईब्रोज के बाल झड़ जाते हैं, इस चीज को छुपाने के लिए उन्हें आईब्रो पेंसिल का इस्तेमाल करना पड़ता है. लेकिन पर्मानेंट आईब्रोज की मदद से इस समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है. इसके जरिए मशीन से एक बार आईब्रो को खूबसूरत शेप व मन पसंद रंग से बना दिया जाता है जो पसीने या नहाने से खराब नहीं होता और इसका असर लगभग 12 से 15 साल तक बना रहता है. इस पूरी प्रक्रिया को करने में किसी ऑपरेशन की जरूरत नहीं होती है. जर्मन कलर्स और नीडल्स की मदद से पर्मानेंट मेकअप किया जाता है. इसके अलावा आपको बता दें कि पर्मानेंट मेकअप का कोई भी साइड इफैक्ट नहीं होता. बस इस प्रॉसेस को करने के बाद हल्की सी रेडनेस नजर आती है जो कुछ मिनट में गायब हो जाती है.