दिल्ली. रेल यात्रियों के लिए क्या यही अच्छे दिन हैं, जब आरएसी (रिजर्वेशन अगेन्स्ट कैंसिलेशन) वाला रेल टिकट चार्ट बनते समय कन्फर्म होने की बजाय वेटिंग में बदल जाता है ?एक तरफ रेल यात्री कोहरे के चलते ट्रेनें देर से चलने या रद्द होने से परेशान हैं, वहीं कुछ ऐसे लोग भी हैं, जिन्हें रेलवे ऐन मौके पर ज़ोर का झटका दे रहा है. ऐसा ही झटका मुझे भी लगा.
दिल्ली से गोरखपुर जाने के लिए बुक कराया गया था टिकट
दिल्ली से गोरखपुर जाने के लिए मैंने आनंद विहार से मुज़फ्फरपुर तक जाने वाली गरीब रथ (ट्रेन संख्या 12212) में टिकट बुक कराया. 5 दिसंबर को आईआरसीटीसी की वेबसाइट के जरिए बुक कराए गए टिकट पर वेटिंग लिस्ट 76 था और पीएनआर नंबर था- 2225573057. इस टिकट पर मुझे 7 दिसंबर को यात्रा करनी थी. ट्रेन रवाना होने का समय है रात के 8.55 बजे. यात्रा के दिन यानी आज मुझे रेलवे की एसएमएस सेवा (DM-IRSMSA) से सुबह 7.42 बजे मैसेज मिला कि मेरा वेटिंग वाला टिकट आरएसी में बदल चुका है और आरएसी नंबर है 20.
RAC टिकट पर यात्रा करने का अधिकार मिल जाता है पैसेंजर को
आमतौर पर ट्रेन रवाना होने से 12 घंटे पहले अगर किसी का रिजर्वेशन आरएसी में है, तो वो मानकर चलता है कि चार्ट बनते समय टिकट कन्फर्म हो जाएगा और टिकट कन्फर्म ना भी हो तो आरएसी टिकट पर रेल यात्रा करने की छूट रेलवे देता है. भले एक सीट पर दो यात्री को सफर करना पड़े लेकिन वो सफर कर पाएगा, ये गारंटी होती है. शाम को 4.55 बजे रेलवे से एक और संदेश मिला. नया संदेश ये था कि मेरा जो रेल टिकट सुबह 7.42 बजे आरएसी था, वो अब चार्ट बनने के बाद वेटिंग लिस्ट में जा चुका है और वेटिंग लिस्ट में नंबर है 25. चूंकि मैंने ऑनलाइन टिकट बुक कराया था और रेलवे में ई-टिकट अगर वेटिंग है, तो उस पर यात्रा नहीं हो सकती.
RAC टिकट कन्फर्म होते सुना गया था, वापस वेटलिस्टेड होना अचरज भरा है
फिलहाल मेरी रेल यात्रा ट्रेन रद्द हुए बिना रद्द हो गई है. रेलवे ने अब तक ना तो टिकट का पैसा वापस बैंक खाते में लौटाया है और ना ही मुझे इस बाबत कोई संदेश मिला है कि मेरा टिकट रद्द हुआ है या नहीं? ट्रेन सेवा कोहरे में है और मैं बुलेट ट्रेन का इंतज़ार कर रहे भारत की राजधानी में बैठा अपने टिकट को लेकर असमंजस का कोहरा छंटने का इंतज़ार कर रहा हूं.