Arvind Kejriwal Birthday Special: दिल्ली के CM अरविंद केजरीवाल के संघर्ष की कहानी

Arvind Kejriwal Birthday Special: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल आज16 अगस्त को अपना 50वां ज‌न्मदिन मना रहे हैं. अरविन्द केजरीवाल का जन्म 16 अगस्त 1968 को हिसार, हरियाणा में हुआ था. भारत में सूचना अधिकार अर्थात सूचना कानून के आन्दोलन को जमीनी स्तर पर सक्रिय बनाने, सरकार को जनता के प्रति जवाबदेह बनाने और सबसे गरीब नागरिकों को भ्रष्टाचार से लड़ने के लिये सशक्त बनाने के लिए केजरीवाल को साल 2006 में रमन मैग्सेसे पुरस्कार से सम्मानित किया गया.

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Arvind Kejriwal Birthday Special: दिल्ली के CM अरविंद केजरीवाल के संघर्ष की कहानी

Aanchal Pandey

  • August 16, 2018 3:05 am Asia/KolkataIST, Updated 6 years ago

नई दिल्ली. आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल आज(16 अगस्त) को अपना 50वां ज‌न्मदिन मना रहे हैं. अरविन्द केजरीवाल का जन्म 16 अगस्त 1968 को हिसार, हरियाणा में हुआ था. केजरीवाल के पिता भी एक इंजीनियर थे.अरविंद का बचपन सोनीपत, मथुरा और हिसार में गुजरा. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजीरवाल को लोग सोशल मीडिया पर जमकर बधाईयां दे रहे हैं.

अरविंद केजरीवाल ने आईआईटी खड़गपुर से मेकेनिकल इंजीनियरिंग में डिग्री ली. जिसके बाद वह टाटा स्टील में काम करने लगे और बाद में वह 1992 में भारतीय राजस्व सेवा में शामिल हुए. 2006 में जब वे आयकर विभाग में संयुक्त आयुक्त थे तब उन्होंने सरकारी नौकरी छोड़ दी थी. इस पद पर रहते हुए अरविंद केजरीवाल ने भ्रष्टाचार के खिलाफ जंग छेड़ दी थी. साल 2000 में अरविन्द केजरीवाल ने एक N.G.O. परिवर्तन की स्थापना की. केजरीवाल ने सामाजिक और RTI कार्यकर्ता के रूप में अपनी पहचान बनाई. सूचना के अधिकार को लागू कराने में केजरीवाल का महत्वपूर्ण योगदान रहा.

भारत में सूचना अधिकार अर्थात सूचना कानून के आन्दोलन को जमीनी स्तर पर सक्रिय बनाने, सरकार को जनता के प्रति जवाबदेह बनाने और सबसे गरीब नागरिकों को भ्रष्टाचार से लड़ने के लिये सशक्त बनाने के लिए केजरीवाल को साल 2006 में रमन मैग्सेसे पुरस्कार से सम्मानित किया गया.

केजरीवाल को अलग पहचान उस समय मिली जब इंडिया अगेंस्ट करप्शन आंदोलन में अन्ना हजारे ने जनलोकपाल के लिए 2011 में रामलीला मैदान में अनशन शुरू किया. आंदलोन के दौरान ही केजरीवाल ने लोगों के दिलों में अलग पहचान बनाई. इसके बाद केजरीवाल ने राजनीति में उतरने का निर्णय किया. उन्होंने पहले ही चुनाव में 15 साल दिल्ली की मुख्यमंत्री रही शीला दीक्षित को चुनाव में मात दी.

भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन कर राजनीति में आए अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में पहली बार सत्ता कांग्रेस के समर्थन से हासिल की. लेकिन सीएम बनने के महज 49 दिनों में बाद ही उन्होंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया. अपने पहले कार्यकाल के दौरान वह 28 दिसम्बर 2013 से 14 फरवरी 2014 तक इस पद पर रहे. इसके बाद 2015 में दोबारा चुनाव होने पर केजरीवाल की आम आदमी पार्टी को 70 में से 67 सीटें पर जीत हासिल की. और पांच सालों के लिए दिल्ली की सत्ता पर कब्जा जमाया.

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