अहमदाबाद : मोदी सरकार की नोटबंदी के बाद गुजरात में गोबरबंदी का फरमान सुनाया गया है. गुजरात के अमरेली में पशुओं के गोबर करने की सीमा तय की गई है. फरमान के तहत यहां कोई भी पशु 3 किलो से ज्यादा गोबर नहीं कर सकता.
अमरेली म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन ने स्वच्छ भारत अभियान के तहत यह आदेश दिया है. आदेश के मुताबिक सड़क पर कोई भी जानवर एक दिन में 3 किलो से ज्यादा गोबर नहीं कर सकता है, वहीं छोटे जानवर 1 किलो गोबर कर सकते हैं.
फरमान के मुताबिक तय जगह पर ही आवारा पशु गोबर करेंगे, कहीं और करने पर कार्रवाई की जाएगी. अमरेली के म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन चीफ के नाम से जारी ऑर्डर में लिखा है कि केंद्र सरकार के महात्मा गांधी स्वच्छ भारत अभियान के अंतर्गत अमरेली शहर में आवारा घूमने वाले पशुओं के गोबर करने से होने वाली गंदगी से लोगों को निजात दिलाने के लिए यह ऑर्डर जारी किया जा रहा है. साथ ही उम्मीद की जाती है कि लोग भी इस अभियान मं सहयोग करेंगे.
दरअसल अमरेली में कांग्रेस परेशभाई धानाणी ने मोदी सरकार के नोटबंदी के विरोध के लिए यह तरीका निकाला है. उन्होंने कहा है कि यदि नोटबंदी से कालाधन बाहर आ सकता है तो गोबरबंदी से स्वच्छता क्यों नहीं आ सकती. धानाणी के मुताबिक स्वच्छ भारत अभियान के लिए इससे बेहतर कोई फैसला नहीं हो सकता.
ये होगी सज़ा
नियम के उल्लंघन करने पर जिनके पशु हैं उन्हें गधे पर बिठाकर अपमानित किया जाएगा. इन नियम को कड़ाई से पालन करवाने के लिए एक फ्लाइंग स्कवॉड भी बनाया गया है जो गोबर का वजन चेक करेंगे.