उत्तर प्रदेश के बस्ती में फ्लाईओवर का एक हिस्सा गिरने से कई मजदूर मलबे में दब गए और इस हादसे में कई लोग घायल भी हो गए. ऐसा कहा जा रहा है कि दो महीने पहले ही निर्माण कार्य में घटिया सामग्री के इस्तेमाल की खबरें आने बाद भी इस पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई.
बस्तीः उत्तर प्रदेश के बस्ती में फ्लाईअवर गिरने से दो लोग मलबे में फंस गए वहीं चार लोग घायल बताए जा रहे हैं. इस हादसे की वजह अधिकारियों की लापरवाही को माना जा रहा है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार दो महीने पहले ही निर्माण में घटिया सामग्री के इस्तेमाल की खबरें आई थी साथ ही ये भी संभावना जताई गई थी कि फ्लाईओवर गिर सकता है इसके बाद भी कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया.
घटना जिले के फुटहिया इलाके में हुई , जहां से लखनऊ-दोरखपुर नेशनल हाईवे-28 गुजरता है. इसी पर बने फ्लाईअवर का एक हिस्सा शनिवार सुबह टूट के गिर गया. बता दें कि फ्लाईओवर का हिस्सा भले ही अब गिरा हो लेकिन इसके निर्माण में घटिया सामाना के इस्तेमाल की खबर पहले ही आई थी. इसका निर्माण पीडब्ल्यूडी नहीं बल्कि केंद्रीय परिवहन मंत्रालय के अंतर्गत हो रहा था.
करीब दो महीने पहले आरोप लगे थे कि इसमें इस्तेमाल होने वाली निर्णाण सामग्री घटिया किस्म की है साथ ये भी खबरें आई थी कि फ्लाईओवर का स्लाईडर दरक रहा है. बावजूद इसके कोई कार्रवाई नहीं की गई औऱ आखिरकार ये हादसा हो गया. गड़बड़ी की शिकायत डीएम राजशेखर तक पहुंची तो उन्होंने निरीक्षण किया और जरूरी दिशा-निर्देश भी दिए लेकिन कोई कदम नहीं उठाया गया. इस फ्लाईओलवर का ठेका नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने हैदराबाद की एक कंपनी केएमसी को दिया था लेकिन केएमसी ने ये काम किसी और को थमा दिया.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार फ्लाईओवर का 80 प्रतिशत निर्माण पूरा हो चुका था इस दौरान काम के नाम पर कितना कमीशन काटा गया ये जांच का विषय है. इस मामले की जांच के लिए डीएम राजशेखर ने जांच के आदेश दे दिए हैं. वहीं राज्य की योगी आदित्यनाथ सरकार ने भी तत्काल राहत कार्य शुरू करने के निर्देश दे दिए हैं.
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