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नगरोटा हमला: अपनी बहादुरी से दो सैन्य अफसरों की पत्नियों ने बचाई कई लोगों की जान

जम्मू और कश्मीर में मंगलवार को दो जगहों पर आंतकी हमले हुए. एक हमला नगरोटा इलाके में मौजूद आर्मी यूनिट पर हुआ था. इन आतंकी हमलों में सेना के सात जवान शहीद हो गए, जिनमें दो मेजर शामिल भी हैं.

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  • November 30, 2016 12:06 pm Asia/KolkataIST, Updated 8 years ago
जम्मू : जम्मू और कश्मीर में मंगलवार को दो जगहों पर आंतकी हमले हुए. एक हमला नगरोटा इलाके में मौजूद आर्मी यूनिट पर हुआ था. इन आतंकी हमलों में सेना के सात जवान शहीद हो गए, जिनमें दो मेजर शामिल भी हैं. इस हमले में आतंकी लोगों को बंधक बनाना चाहते थे लेकिन दो अफसरों की पत्नियों की बहादुरी ने आतंकियों के मंसूबों पर पानी फेर दिया. 
 
नगरोटा में हमले के दौरान आतंकी सेना यूनिट के रेजिडेंशियल क्वार्टर में घुसकर उनके परिवारों को बंधक बनाना चाहते थे. लेकिन, इन दो महिलाओं ने आतंकियों की इस कोशिश को नाकाम कर दिया. ये महिलाएं अपने नवजात शिशुओं के साथ क्वार्टर में ही मौजूद थीं. 
 
भारी सामान से दरवाजे किए बंद
जब हमला हुआ, तो दोनों महिलाओं के पति नाईट ड्यूटी पर थे. महिलाओं को जैसे ही आतंकियों के आने की भनक लगी, तो उन्होंने तुरंत ही घर के भारी सामान से अपने-अपने क्वार्टर के मुख्य दरवाजे बंद कर दिए. इसके कारण आंतकी घरों में नहीं घुस सके. 
 
अगर महिलाओं ने तुरंत सावधानी न बरती होती, तो आतंकी उन्हें बंधक बनाकर सेना और उनके परिवार वालों को नुकसान पहुंचा सकते थे. रक्षा प्रवक्ता ले. कर्नल मनीष मेहता के अनुसार दो दरवाजे बंद देखकर आतंकी क्वार्टर की अन्य दो इमारतों में घुस गए. वहां पर कुछ अधिकारी, उनके परिजन और कुछ अन्य लोग उपस्थित थे लेकिन सेना ने तुरंत कार्रवाई करते हुए उन्हें ढेर कर दिया. सेना का ऑपरेशन करीब बारह घंटों तक चला.

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