इंग्लैंड से इंडिया अकेले ही कार चलाकर अस्पताल खोलने चली आई यह महिला

गुजरात के नवसारी की एक एनआरआई महिला ने इंग्लैंड़ से इंडिया तक का सफर कार से तय करके एक नया कीर्तिमान बनाया है. अकेले 32 हजार किलोमीटर की दूरी कार से तय करने वाली वे पहली महिला बन गईं हैं और वे अपने गृहनगर नवसारी में आधुनिक सुविधाओं से लैस एक अस्पताल बनावाना चाहती हैं.

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इंग्लैंड से इंडिया अकेले ही कार चलाकर अस्पताल खोलने चली आई यह महिला

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  • November 29, 2016 7:13 am Asia/KolkataIST, Updated 8 years ago
वडोदरा. गुजरात के नवसारी की एक एनआरआई महिला ने इंग्लैंड़ से इंडिया तक का सफर कार से तय करके एक नया कीर्तिमान बनाया है. अकेले 32 हजार किलोमीटर की दूरी कार से तय करने वाली वे पहली  महिला बन गईं हैं और वे अपने गृहनगर नवसारी में आधुनिक सुविधाओं से लैस एक अस्पताल बनावाना चाहती हैं.
 
इतना लंबा सफर इतने कम समय में कार से तय करने वाली वे विश्व की पहली महिला बन गईं हैं.उनका नाम भारुलता है और उन्होनें कार से इतना लंबा सफर सिर्फ बेटी-बचाओ बेटी-पढाओ मिशन की खातिर तय किया है. यात्रा के दौरान उन्होनें नवसारी में अत्याधुनिक अस्पताल बनावानें के लिए फंड भी इकट्ठा किया.
 
 भारुलता आठ नवंबर को मणिपुर के मारेह चौक पहुंची थीं. इसके साथ ही उन्होनें गिनिज बुक वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज कराया है. यह मुश्किल यात्रा उन्होनें 9 पर्वतमालाओं, तीन बड़े मरुस्थलों को पार कर किया है. यात्रा के दौरान उन्हें दो महाद्धीप पार करने पड़े और 32 देशों को पार किया. उन्हें इसमें 57 दिन का वक्त लगा. 
 
 भारुलता के लिए कल नवसारी में सम्मान समारोह का आयोजन किया गया. उन्हें इसके लिए वडोदरा में भी सम्मानित किया गया था. वडोदरा से भी वे कार चलाकर ही नवसारी पहुंचीं थीं. भारुलता ने बताया कि उनके दादा ने नवसारी के अस्पताल में उनकी आंखों के सामने दम तोड़ दिया था. उन्होनें कहा कि उनका इलाज ठीक से नहीं हो पाया क्योंकि अस्पताल में पर्याप्त चिकित्सा सुविधाएं नहीं थीं. इसीलिए वे चाहती हैं कि वहां एक अत्याधुनिक अस्पताल बने. 
 
 
 
 
 

 

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