अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में विपक्ष किसी भी तरह सत्ताधारी बीजेपी को सत्ता में आने से रोकने पर अड़ा है. विपक्ष की तरफ से प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार कौन होगा इसका ऐलान नहीं हो पाया है. वहीं पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा ने सवाल उठाते हुए कहा कि सिर्फ कोई पुरुष ही प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार क्यों बने. ममता बनर्जी या मायावती क्यों नहीं?
नई दिल्ली. 2019 के लोकसभा चुनाव में विपक्ष बीजेपी को रोकने के लिए हर तरकीब पर काम करने को तैयार है. पिछले दिनों कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने महिला पत्रकारों के साथ वार्ता करते हुए किसी महिला को पीएम पद की उम्मीदवार बनाए जाने पर सहमति जताई थी. राहुल गांधी ने उनके सवाल पर कहा था कि अगर बीजेपी को रोकने के लिए किसी महिला को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाना पड़े तो वे तैयार हैं. अब जनता दल (सेक्युलर) के अध्यक्ष और पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा ने कहा है कि अगर विपक्षी मोर्चा की तरफ से टीएमसी प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को उम्मीदवार बनाया जाता है तो वे इसके विरोध में नहीं हैं.
देवगौड़ा ने कहा कि जब इंदिरा गांधी 17 साल तक प्रधानमंत्री रह सकती हैं तो ममता बनर्जी या मायावती क्यों नहीं? उन्होंने ममता की तारीफ करते हुए कहा कि वे गैर बीजेपी दलों खासकर सभी क्षेत्रीय दलों को एकजुट करने के प्रयास कर रही हैं यह एक सराहनीय कदम है. देवगौड़ा का चुनाव विपक्ष के लिए महत्वपूर्ण है. यह बयान ऐसे समय में आया है जबकि विपक्ष के बारे में कहा जा रहा है कि उसके पास पीएम कैंडिडेट ही नहीं है. इसके बाद यह भी खबरें आई थीं कि सोनिया गांधी की जगह प्रियंका गांधी
देवगौड़ा के बयान से एक दिन पहले ही सूत्रों के हवाले से खबर आई थी कि कांग्रेस ऐसे किसी शख्स का विरोध नहीं करेगी जिसका बीजेपी या संघ से संबंध न रहा हो. देवगौड़ा ने विपक्ष की पहल को कच्ची बताया लेकिन ममता की सराहना करते हुए कहा कि फेडरल फ्रंट बनाने की उनकी कोशिश काफी सराहनीय है. बता दें कि बीजेपी विरोध के चलते ही कांग्रेस ने दो महीने पहले कर्नाटक में जेडीएस को बिना शर्त समर्थन देकर येदियुरप्पा की सरकार गिरा दी थी.
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