अचानक एंड्राइड फोन में यूआईडीएआई नाम से आधार हेल्पलाइन का नंबर सेव हो जाने से अफरातफरी मच गई थी. लेकिन अब गूगल ने इसकी जिम्मेदारी ले ली है और इसमें अपनी गलती होने की बात मान कर माफी भी मांगी है.
नई दिल्ली. आम लोगों के एंड्राइड मोबाइल फोन में अचानक आधार नंबर सेव हो जाने को लेकर गूगल ने आखिरकार अपनी गलती मानी है और साथ ही इसके लिए माफी भी मांगी है. गूगल से बयान आया है कि उसकी ओर से अनजाने में ये नंबर सेव हो गया. साथ ही कंपनी ने कहा है कि एंड्राइड सिस्टम हैक होने जैसी कोई बात नहीं है. बता दें कि भारत में कई एंड्राइड यूजर्स के मोबाइल में आधार कार्ड का हेल्पलाइन नंबर UIDAI के नाम से सेव हो है. 1800-300-1947आधार कार्ड का हेल्पलाइन नंबर है . हालांकि कुछ फोनों में ये सेव नहीं हो पाया है.
इस मामले की जानकारी लगते ही लोगों ने ट्विटर पर सवाल करना शुरु कर दिया. फ्रांस के एक सुरक्षा विशेषज्ञ इलियट एलडर्सन ने यूआईडीएआई से सीधे पूछा कि ‘कई लोग जो अलग-अलग टेलीकॉम ऑपरेटर की सर्विस यूज करते हैं. उसमें कुछ लोगों के पास आधार कार्ड है और कुछ के पास नहीं भी है. ऐसे में उनके एंड्राइड मोबाइल में यूआईडीएआई के नाम से एक नंबर सेव दिखाई पड़ रहा है. ये भला कैसे?’
— Google India (@GoogleIndia) August 3, 2018
इसके बाद लोगों ने आधार के कारण निजता को खतरे की बात भी कही.लोगों ने भारत सरकार द्वारा जारी किए गए आधार की विश्वसनीयता और प्राइवेसी पॉलीसी पर भी सवाल उठाए. पूरे मामले के सामने आने के बाद यूआईडीएआई ने एंड्रॉयड डेवलपर्स, टेलिकॉम सर्विस प्रोवाइडर और मोबाइल मैन्यूफैक्चरर्स से कहा है कि उनके किसी भी नंबर को पब्लिक सर्विस की डिफाल्ट लिस्ट में न डाला जाए. यूआईडीएआई ने साथ ही कहा है कि 1800-300-1947 को वैद्य नहीं माना जाना चाहिए.
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