लालू ने कहा- RSS नोटबंदी पर क्यों चुप है, क्या संघ के आदेश पर लिया गया है फैसला ?

कालेधन को रोकने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 500 और 1000 के नोट बैन करने के फैसले के बाद से ही विपक्ष लगातार विरोध कर रहा है. आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने अब नोटबंदी के फैसले पर केंद्र सरकार के साथ-साथ आरएसएस को घेरते हुए यह कहा है कि हो सकता है कि संघ के आदेश पर ही यह फैसला किया गया हो.

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लालू ने कहा- RSS नोटबंदी पर क्यों चुप है, क्या संघ के आदेश पर लिया गया है फैसला ?

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  • November 25, 2016 4:02 am Asia/KolkataIST, Updated 8 years ago
पटना. कालेधन को रोकने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 500 और 1000 के नोट बैन करने के फैसले के बाद से ही विपक्ष लगातार विरोध कर रहा है. आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने अब नोटबंदी के फैसले पर केंद्र सरकार के साथ-साथ आरएसएस को घेरते हुए यह कहा है कि हो सकता है कि संघ के आदेश पर ही यह फैसला किया गया हो.
 
लालू ने ट्वीट कर कहा है, ‘क्या आरएसएस को लोगों की पीड़ा का आनंद आ रहा है? कहीं ऐसा तो नहीं, संघ के आदेश पर ही यह किया गया? मोहन भागलत चुप क्यों हैं?’
 
‘कालेधन के नाम पर आम लोगों को परेशान नहीं कर सकते’
लालू ने कहा है कि वह कालेधन के सख्त विरोधी हैं, लेकिन इस फैसले से आम जनता को खासी दिक्कत हो रही है. उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘हम कालेधन के सख्त विरोधी हैं, कालेधन वालों को दबोचा जाए, लेकिन इसके नाम पर आप पूंजीपतियों की गोद में बैठकर आम जनता को परेशान नहीं कर सकते.’
 
‘किसान निर्धन सही, लेकिन निर्बल नहीं’
लालू ने किसानों पर बात करते हुए कहा है कि देश का किसान निर्धन सही, लेकिन निर्बल नहीं है. भूखे किसान व निर्धन को सताने में प्रधानमंत्री को कौन सा नैसर्गिक सुख प्राप्त हो रहा है?
 
लालू ने ट्वीट कर पीएम मोदी पर हमला बोला है. उन्होंने ट्वीट किया, ‘तुमने जो हंगामा खड़ा किया है, उसके शोर-शराबे में करोड़ों लोगों के भूख और पीड़ा से कराहने की आवाज दब रही है, पर समझ लो अब और नहीं दबेगी.’
 
‘GDP की ग्रोथ रेट गोते खाएगी’
लालू ने नोटबंदी और अर्थव्यवस्था पर बात करते हुए कहा है कि रुपये की कमजोरी और बदतर हालात का जिम्मेदार कौन है? इस कदम से जीडीपी ग्रोथ रेट जो गोते खाएगी, उसकी भरपाई में कितने साल लगेंगे?
 
लालू ने ट्वीट कर कहा, ‘इस कदम से भारतीय अर्थव्यवस्था में अव्यवस्था की छवि वाला जो नकारात्मक संदेश पूरे विश्व में गया है, उससे उबरने में कितने सालों की बलि चढ़ेगी?
 
बता दें कि पीएम मोदी के नोटबंदी के फैसले का विरोध विपक्ष लगातार कर रहा है. इस मुद्दे पर संसद में रोज ही हंगामे हो रहे हैं. इतना ही नहीं विपक्ष ने इसके विरोध में 28 नवंबर को भारत बंद का ऐलान भी कर दिया है और साथ-ही-साथ आक्रोश दिवस के रूप में भी इस दिन को मनाने का फैसला किया है.

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