नई दिल्ली: लोकसभा सदन में कांग्रेस के उपनेता अमरिंदर सिंह का इस्तीफा गुरुवार को मंजूर कर लिया गया. लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने इस्तीफा स्वीकार करते हुए कहा कि उन्होंने 23 नवंबर के प्रभाव से उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया है. सतलुज-यमुना लिंक (एसवाइएल) नहर जल बंटवारे को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के विरोध में सिंह ने अपना इस्तीफा सौंपा है.
दरअसल, 10 नवंबर को सुप्रीम कोर्ट के जरिए सतलुज-यमुना लिंक नहर जल बंटवारा समझौते को लेकर फैसला सुनाया गया था. अमरिंदर सिंह इस फैसले से नाखुश थे और उन्होंने फैसले के बाद पंजाब की जनता के साथ अन्याय होने की बात कही थी. इसके विरोध में उन्होंने संसद की सदस्यता से इस्तीफा देने का ऐलान कर दिया था. बुधवार को अमरिंदर सिंह ने लोकसभा अध्यक्ष से मुलाकात कर सदन की सदस्यता से अपना इस्तीफा सौंपा दिया था.
अरुण जेटली को हराया
इससे पहले उच्चतम न्यायालय ने पड़ोसी राज्यों के साथ सतलज यमुना संपर्क नहर समझौते को निरस्त करने के लिए 2004 में बनाए गए कानून को असंवैधानिक बताया था. वर्तमान में पंजाब में एसवाईएल समझौता एक बड़ा मुद्दा बन गया है. बता दें कि सिंह ने 2014 के लोकसभा चुनाव में अमृतसर सीट से भाजपा नेता अरुण जेटली को हराया था.