नई दिल्ली. संसद का शीतकालीन सत्र जब से शुरू हुआ है आए दिन नोटबंदी को लेकर हंगामा ही हो रहा है. आज भी संसद के दोनों सदनों में नोटबंदी को लेकर हंगामा हुआ. राज्यसभा में आज कांग्रेस की तरफ से नोटबंदी के मुद्दे पर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि यह कानूनी लूट-खसोट का मामला है.
उन्होंने कहा, ‘नोटबंदी के प्रोसेस को बुरी तरह से हैंडल किया है. इस फैसले से सभी सेक्टर के लोगों पर असर पड़ा है. छोटे व्यापारियों पर सबसे ज्यादा असर पड़ा है. आरबीआई, पीएमओ इसे सही तरीके से लागू करने में बुरी तरह फेल रहे हैं.’
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के भाषण की 11 खास बातें
1.पीएम ने कहा कि वे कालेधन को खत्म करने के लिए नोटबंदी के फैसले से नाखुश नहीं है, लेकिन नोटबंदी को लेकर तैयारी जैसी होनी चाहिए वह नहीं हुई.
2. नोटबंदी का फैसला प्रबंधन की विशाल असलफता को बयां करता है. यह भी कहा जा सकता है कि यह कानूनी लूट-खसोट का मामला है.
3. मैं यह पूरी जिम्मेदारी से कह सकता हूं कि हम इस फैसले के अंतिम नतीजे को नहीं जानते हैं.
4. इस फैसले की निंदा के लिए इतना ही काफी है कि लोग बैंकों में पैसे जमा तो किए लेकिन उसे निकाल नहीं सकते.
5. इस फैसले से जिन लोगों को सबसे ज्यादा दिक्कत हुई है उनमें किसान, छोटे व्यापारी बुरी तरह से प्रभावित हैं.
6. पीएम मोदी ने कहा है कि 50 दिन रुक जाइये, यह छोटी अवधि है, लेकिन गरीबों के लिए यह 50 दिन किसी सजा से कम नहीं है. यहां तक की अब तक 50 से ऊपर लोगों की जान भी जा चुकी है.
7. हर रोज़ नोटबंदी के नियमों में हो रहा बदलाव प्रधानमंत्री कार्यालय और रिजर्व बैंक की छवि को धूमिल करता है.
8. मुझे इस बात का भले ही दुःख है कि रिजर्व बैंक की आलोचना हो रही है, लेकिन यह सही भी है.
9. मेरा मानना है कि नोटबंदी से जीडीपी में 2 फीसदी अंक तक की गिरावट हो सकती है.
10. लोगों की परेशानियों को दूर करने के लिए पीएम को कोई प्रस्ताव पेश करना चाहिए.
11. मुझे यकीन है कि पीएम मोदी नोटबंदी से पीड़ित लोगों की मदद के लिए कोई बेहतर फैसला लेंगें.